सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियाँ
सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियाँ भारतीय नौसेना द्वारा प्रयोग की जाने वाली डीज़ल-बिजली चलित पनडुब्बियाँ हैं। ये रूस और भारत के मध्य हुए समझौते के तहत बनी हैं।
विशेषताएँ
इन पनडुब्बियों की विस्थापन क्षमता 3000 टन है। अधिकतम गहराई 300 मीटर व अधिकतम गति 18 नॉट है। 53 नाविकों के साथ यह 45 दिन तक अकेले ऑपरेट कर सकती है।[1]
सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियाँ
नाम | Pennant No | कार्यारंभ तिथि |
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आईएनएस सिंधुघोष | S 55 | 30 अप्रैल1986 |
आईएनएस सिंधुध्वज | S 56 | 12 जून 1987 |
आईएनएस सिंधुराज | S 57 | 20 अक्टूबर 1987 |
आईएनएस सिंधुवीर | S 58 | 26 अगस्त 1988 |
आईएनएस सिंधुरत्न | S 59 | 22 दिसम्बर 1988 |
आईएनएस सिंधुकेसरी | S 60 | 16 फ़रवरी 1989 |
आईएनएस सिंधुकीर्ति | S 61 | 04 जनवरी 1990 |
आईएनएस सिंधुविजय | S 62 | 08 मार्च 1991 |
आईएनएस सिंधुरक्षक | S 63 | 24 दिसम्बर 1997 |
आईएनएस सिंधुराष्ट्र | S 65 | 19 जुलाई 2000 |
सन्दर्भ
- ↑ "Submarines Active". भारतीय नौसेना की वैबसाईट. http://indiannavy.nic.in/naval-fleet/submarines-service. अभिगमन तिथि: 21 नवम्बर 2013.