साहिबज़ादा जुझार सिंह

| सिख सतगुरु एवं भक्त |
|---|
| सतगुरु नानक देव · सतगुरु अंगद देव |
| सतगुरु अमर दास · सतगुरु राम दास · |
| सतगुरु अर्जन देव ·सतगुरु हरि गोबिंद · |
| सतगुरु हरि राय · सतगुरु हरि कृष्ण |
| सतगुरु तेग बहादुर · सतगुरु गोबिंद सिंह |
| भक्त रैदास जी भक्त कबीर जी · शेख फरीद |
| भक्त नामदेव |
| धर्म ग्रंथ |
| आदि ग्रंथ साहिब · दसम ग्रंथ |
| सम्बन्धित विषय |
| गुरमत ·विकार ·गुरू |
| गुरद्वारा · चंडी ·अमृत |
| नितनेम · शब्दकोष |
| लंगर · खंडे बाटे की पाहुल |
साहिबजादा जुझार सिंह (14 मार्च, 1691 – 7 दिसम्बर 1705), गुरु गोविन्द सिंह के द्वितीय पुत्र थे। वे माता जीतो के गर्भ से आनन्दपुर साहिब में जनमे थे।[1] नानकशाही पंचांग के अनुसार उनका जन्मदिन अब ९ अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
सन्दर्भ
- ↑ Ashok, Shamsher Singh. "JUJHAR SINGH, SAHIBZADA". Encyclopaedia of Sikhism. Punjabi University Punjabi. मूल से 29 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 November 2015.