सार्वत्रिक वितरण
जीव-भूगोल में, किसी वर्गक (टैक्सोन) के वितरण को, सार्वत्रिक वितरण तब कहा जाता है यदि, इसका जीव-भौगोलिक क्षेत्र विश्वव्यापी या विश्व के अधिकतर हिस्सों के उपयुक्त पर्यावासों में हो। उदाहरण के लिए, व्हेल का वितरण, सार्वत्रिक वितरण है, क्योंकि यह दुनिया के लगभग सभी महासागरों में पाई जाती है।[1] अन्य उदाहरणों में मनुष्य, लाइकेन प्रजाति पार्मेलिया सुलकाटा और वंश माइटिलस शामिल हैं।[1] सार्वत्रिक वितरण का कारण पर्यावरण सह्य-सीमाओं का व्यापक क्षेत्र,[2][3] या विकास के लिए आवश्यक समय से अधिक तेजी से हुआ फैलाव हो सकता है।[4]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ अ आ Ian F. Spellerberg & John William David Sawyer, संपा॰ (1999). "Ecological patterns and types of species distribution". An Introduction to Applied Biogeography. Cambridge University Press. पपृ॰ 108–132. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780521457125. मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अगस्त 2011.
- ↑ S. Kustanowich (1963). "Distribution of planktonic foraminifera in surface sediments of the south-west Pacific". New Zealand Journal of Geology and Geophysics. 6 (4): 534–565. मूल से 13 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अगस्त 2011.
- ↑ D. B. Williams (1971). "The distribution of marine dinoflagellates in relation to physical and chemical conditions". प्रकाशित B. M. Funnell & W. R. Riedel (संपा॰). The Micropalaeontology of Oceans: Proceedings of the Symposium held in Cambridge from 10 to 17 सितंबर 1967 under the title 'Micropalaeontology of Marine Bottom Sediments'. Cambridge University Press. पपृ॰ 91–95. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780521187480. मूल से 21 सितंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अगस्त 2011.
- ↑ Judit Padisák (2005). "Phytoplankton". प्रकाशित Patrick E. O'Sullivan & Colin S. Reynolds (संपा॰). Limnology and Limnetic Ecology. The Lakes Handbook. 1. Wiley-Blackwell. पपृ॰ 251–308. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780632047970. मूल से 21 सितंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अगस्त 2011.