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सरिय्या हमज़ा इब्न अब्दुल मुत्तलिब

मुहम्मद अरबी भाषा सुलेख

सरिय्या हमज़ा इब्न अब्दुल मुत्तलिब या सरिय्या-ए-सीफुल बहर[1] (अंग्रेज़ी:Expedition of Hamza ibn 'Abdul-Muttalib) इस्लामिक पैगंबर मुहम्मद द्वारा भेजा गया पहला अभियान था। इसे रमजान के महीने (मार्च, 623 सीई) में इस्लामी कैलेंडर के एएच 1 में भेजा गया था।[2]

विवरण

हिजरा के सात से नौ महीने बाद मुहम्मद द्वारा छापे का आदेश दिया गया था। इसका नेतृत्व हमज़ा इब्न अब्दुल मुत्तलिब (मुहम्मद के चाचा) ने किया था और इसमें 30 से 40 पुरुष शामिल थे, जो कुरैश के कारवां को रोकने के एक निश्चित कार्य के साथ थे। अम्र इब्न हिशाम अबू जहल ) कारवां के नेता अल-इस में 300 मक्का सवारों के साथ डेरा डाले हुए थे।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे का सामना किया, गठबंधन किया और लड़ाई की तैयारी में आमने-सामने खड़े हुए लेकिन क़बीला जुहैना के सरदार मज्दी बिन अम्र ने जो दोनों फरीकों का मित्र था दौड़-धूप कर के लड़ाई न होने दी। हमजा मदीना लौट आया और अबू जहल मक्का की ओर बढ़ गया।

उस अवसर पर, मुहम्मद ने इस्लाम के पहले झंडे को मान्यता दी । यह सफेद रंग का था और इसे ले जाने के लिए अबू मरसद कनाज़ बिन हुसैन गनवी रज़ि० थे। को सौंपा गया था।

स्थान

यह घटना मक्का और मदीना के बीच, बनू जुहायना के क्षेत्र में समुद्र के किनारे पर हुई थी ।

सराया और ग़ज़वात

अरबी शब्द ग़ज़वा [3] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है [4] [5]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तकअर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी). "सरिय्या-ए-सीफुल बहर". www.archive.org. पृ॰ 398. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
  2. "सरिय्यए हमज़ा, पुस्तक 'सीरते मुस्तफा', पृष्ट 203". Cite journal requires |journal= (मदद)
  3. Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
  4. सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सराया और ग़ज़वात (झगडे और लड़ाईयां)". www.archive.org. पृ॰ 397. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
  5. siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English

बाहरी कड़ियाँ