सामग्री पर जाएँ

सरिय्या ज़ैद बिन हारिसा

मुहम्मद अरबी भाषा सुलेख

सरिय्या ज़ैद बिन हारिसा या अल-क़रदा का छापा (अंग्रेज़ी:Al-Qarada raid) प्रारंभिक इस्लामी इतिहास की एक छापामार घटना थी जो इस्लामी कैलेंडर के 3 हिजरी यानी 624 नवंबर में थानिया के जुमाद में हुआ था।

सफवान बिन उमय्याह के नेतृत्व में जो बाद में मुसलमान ही गया था मक्का के विरोधी मौसमी व्यापार व्यवसाय के लिए गर्मियों में सीरिया के लिए रवाना हुए। मुहम्मद को कारवां के मार्ग के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद, मुहम्मद ने ज़ैद बिन हारिसा को कारवां के पीछे जाने का आदेश दिया, और उन्होंने सफलतापूर्वक इस पर छापा मारा और माले ग़नीमत 100,000 दिरहम पर कब्जा कर लिया।

इस घटना का उल्लेख इब्न हिशाम की मुहम्मद की जीवनी और सफिउर्रहमान मुबारकपुरी द्वारा अर्रहीकुल मख़तूम जैसे आधुनिक इस्लामी स्रोतों में किया गया है। [1][2]

सराया और ग़ज़वात

अरबी शब्द ग़ज़वा [3] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[4][5]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Safiur Rahman Mubarakpuri, en:Ar-Raheeq Al-Makhtum -en:seerah book. "The Zaid bin Harithah Leads a Campaign on the Trade Routes of Quraish". पृ॰ 336. अभिगमन तिथि 5 December 2022.
  2. सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सरिय्या ज़ैद बिन हारिसा". पृ॰ 493. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
  3. Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
  4. siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
  5. ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up

बाहरी कड़ियाँ

  • अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ), पैगंबर की जीवनी (प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित पुस्तक), हिंदी (Pdf)