सरदार मलिक
सरदार मलिक | |
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जन्म | 13 जनवरी 1925 कपूरथला, पंजाब प्रांत, ब्रिटिश भारत (आज: कपूरथला, पंजाब, भारत गणराज्य)[1] |
निधन | 27 जनवरी 2006 मुंबई, महाराष्ट्र, भारत | (उम्र 81)
विधायें | भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय संगीत |
पेशा | संगीतकार, गायक |
सरदार मलिक (13 जनवरी 1925 – 27 जनवरी 2006) एक भारतीय हिंदी फिल्म संगीत निर्देशक और पार्श्व संगीतकार थे। इन्होने अपना बॉलीवुड का सफर 1940 के दशक में शुरु किया था और अपने करियर में उन्होने 600 से अधिक गानों के लिए संगीत निर्देशन किया था। उन्हें ठोकर (1953 फिल्म), औलाद (1954 फिल्म), बचपन (1963 फिल्म), महारानी पद्मिनी (1964 फिल्म), और विशेष रूप से उनकी सबसे बड़ी हिट संगीतमय फिल्म सारंगा (1961 फिल्म) में उनके काम के लिए जाना जाता है।
सरदार मलिक की पत्नी, बिलकिस, गीतकार हसरत जयपुरी की बहन थीं। दंपति के तीन बेटे हैं, अनु मलिक, डब्बू मलिक और अबू मलिक। उनके तीनों बेटे अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए बॉलीवुड में संगीत निर्देशन किया है जिसमें से अनु मलिक बहुत प्रसिद्ध संगीतकार हैं।
चुनिंदा फिल्में
- स्टेज (1951 फिल्म)
- ठोकर (1953 फिल्म)
- औलाद (1954)[2]
- आब-ए-हयात (1955 फिल्म)[2]
- माँ के आँसू (1959)[2]
- मेरा घर मेरे बच्चे (1960)
- सारंगा (1961)[2]
- बचपन (1963 फिल्म)
- महारानी पद्मिनी (1964 फिल्म)
- जंतर मंतर (1964)[2]
सन्दर्भ
- ↑ "Veteran composer Sardar Malik dead". Hindustan Times. 28 January 2006. अभिगमन तिथि 21 July 2018.
- ↑ अ आ इ ई उ Alan Goble. "Filmography of Sardar Malik on Complete Index To World Film (CITWF) website". मूल से 27 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 September 2019.