समान शिक्षा
कोई भी देश सामाजिक आर्थिक मोर्चे पर अग्रणी तभी दिख सकता है, जब वहां शिक्षा प्रणाली सभी वर्गों के लिए समान और सुलभकारी हो। समान शिक्षा (uniform education) में मोटे तौर पर निम्नलिखित चीजें आतीं हैं-
- समान पाठ्यक्रम
- समान शिक्षण व्यवस्था (विद्यालय, अध्यापक, शिक्षण सुविधाएँ, शुल्क, शिक्षण विधि, आदि)
क्रियान्यवन
लागू करने की दृष्टि से केवल अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा' से शुरुआत की जा सकती है। तमिलनाडु में यह लागू भी हो गया है।
इन्हें भी देखें
बाहरी कडियाँ
- समान शिक्षा की लड़ाई Archived 2011-02-04 at the वेबैक मशीन (रविवार)
- माँग रहा है हिन्दुस्तान, सबको शिक्षा एक समान
- समान शिक्षा प्रणाली की अनिवार्यता
- समान शिक्षा प्रणाली ही चाहिए Archived 2010-11-04 at the वेबैक मशीन
- समान शिक्षा की आदर्श मिशाल
- तमिलनाडु में समान शिक्षा[मृत कड़ियाँ]
- तमिलनाडु के सभी स्कूलों में समान शिक्षा प्रणाली (समाचीर कालवी योजना) लागू करने के निर्देश
- अब राज्यों ने भी शुरू की पाठ्यक्रम सुधार की कवायद
- हाई कोर्ट ने कहा, सरकारी कर्मचारी अपने बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में अनिवार्य रूप से पढ़ाएं (आज तक ; अगस्त २०१५)