समद्विबाहु समलम्ब
समद्विबाहु समलम्ब (Isoscyeles trapezium/ isosceles trapezoid ज्यामिति की एक आकृति है।
परिभाषा
यदि किसी समलंब में समान्तर भुजाओं के अतिरिक्त अन्य दो भुजाएं बराबर हों तो वह समलंब समद्विबाहु समलंब कहलाता है। [1]
विशेष समद्विबाहु समलंब
समद्विबाहु समलंब में तीन भुजाएं भी समान हो सकती हैं।इसे समत्रिबाहु समलंब (trisosceles trapezoid)[1] कहते हैं। आयत और वर्ग भी विशेष समद्विबाहु समलंब की आकृतियां हैं। (पार्श्व चित्र में देखिये )
विशेषता
- समद्विबाहु समलंब के दोनों विकर्ण समान होते हैं।
- यदि समलंब की तीन भुजाएं समान हैं तो समलंब के दोनों विकर्ण समान होंगे।
- आयत भी एक समलंब है इसके भी दोनों विकर्ण सामान हैं।
- वर्ग भी एक समलंब है इसके भी दोनों विकर्ण समान हैं।
सन्दर्भ
- ↑ अ आ "संग्रहीत प्रति". मूल से 26 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 सितंबर 2016.