सामग्री पर जाएँ

सप्तवर्षीय युद्ध

सप्तवर्षीय युद्ध (Seven Years' War) एक विश्वयुद्ध था जो 1756 तथा 1763 के बीच लड़ा गया। इसमें 1756 से 1763 तक की सात वर्ष अवधि में युद्ध की तीव्रता अधिक थी। इसमें उस समय की प्रमुख राजनीतिक तथा सामरिक रूप से शक्तिशाली देश शामिल थे। इसका प्रभाव योरप, उत्तरी अमेरिका, केंद्रीय अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीकी समुद्रतट, भारत तथा फिलीपींस पर पड़ा। भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में इसे तृतीय कर्नाटक युद्ध (Third Carnatic War / 1757–63) कहते हैं। विश्व के दूसरे क्षेत्रों में इसे 'द फ्रेंच ऐण्ड इण्डियन वार' (उत्तरी अमेरिका, 1754–63); मॉमेरियन वार (स्वीडेन तथा प्रुसिया, 1757–62); तृतीय सिलेसियन युद्ध (प्रुसिया तथा आस्ट्रिया, 1756–63) आदि के नाम से जाना जाता है।

सप्तवर्षीय युध
तिथि 17 मई 1756 – 15 फ़रवरी 1763
स्थान यूरोप, उत्तरी अमेरिका, भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण अमेरिका, फिलीपींस, कैरिबियन सागर, अफ्रीका
परिणाम
  • अंग्ल्-प्रशियाई विजय।
  • फ्रांस, स्पेन, ब्रिटेन और पुर्तगाल के बीच औपनिवेशिक संपत्ति का हस्तांतरण।
  • सिलेसिया प्रशिया के नियंत्रण में रहता है।
  • मुगल साम्राज्य ने बंगाल को अंग्रेजों को सौंप दिया।
योद्धा
वृहत् ब्रिटेन का राज्य


प्रशिया का राज्य
पुर्तगाल का राज्य
हैब्सबर्ग राजवंश विरोधी पवित्र रोमन साम्राज्य


ब्रिटेन निमित्त अमेरिका के स्वदेशी लोग

फ्रांस का राज्य


हैब्सबर्ग राजवंश निमित्त पवित्र रोमन साम्राज्य


हंंगरी और क्रोएशिया का राज्य
स्पेन का राज्य
सेवॉय-सार्डिनिया
रूसी साम्राज्य रूस
स्वीडन


फ्रांस निमित्त अमेरिका के स्वदेशी लोग
मुगल साम्राज्य

शक्ति/क्षमता
3,00,000+ 10,00,000+
मृत्यु एवं हानि
3,95,000+ 6,33,588+
सप्तवर्षीय युद्ध के क्षेत्र एवं सम्बन्धित युद्धरत देश
नीला: ग्रेट ब्रिटेन, प्रुसिया, पुर्तगाल तथा मित्रदेश
हरा: फ्रांस, स्पेन, आस्ट्रिया, रूस, स्वीडेन तथा मित्रदेश

अब्राहम की चोटी पर उलफे की विजय के साथ ही अमेरिका का इतिहास आरंभ हुआ .

प्रधानमंत्री ग्रेनविले था|