सपनों से भरे नैना
| सपनों से भरे नैना | |
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|  सपनों से भरे नैना का शीर्षक चित्र | |
| निर्माणकर्ता | शंकुतलम् टेलिफिल्म्स | 
| लेखक | राशि गौतम हेगड़े जानकी वी अर्चना जोशी | 
| निर्देशक | इस्माइल उमर खाब इन्दर दास | 
| रचनात्मक निर्देशक | शीतल | 
| अभिनीत | नीचे देखें | 
| मूल देश | भारत | 
| मूल भाषा(एँ) | हिन्दी | 
| सीजन की सं. | 01 | 
| एपिसोड की सं. | कुल 299 | 
| उत्पादन | |
| निर्माता | श्यामासिस भट्टाचार्य नीलिमा वाजपेयी | 
| उत्पादन कंपनी | शंकुतलम् टेलिफिल्म्स | 
| मूल प्रसारण | |
| नेटवर्क | स्टार प्लस | 
| प्रसारण | 20 दिसम्बर 2010 - 03 फरवरी 2012 | 
सपनों से भरे नैना स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाला एक भारतीय पारिवारिक धारावाहिक है, जो 20 दिसम्बर 2010 से शुरू हुआ। कार्यक्रम का अंतिम प्रकरण 03 फरवरी 2012 को प्रसारित हुआ था।[1]
कहानी
यह कहानी नैना भारद्वाज (पार्वती वजे) के जीवन पर आधारित है, जो अपने पिता के मौत के बाद मुंबई चले जाती है और वहाँ शादी की तैयारी का काम करती है। एक दिन रेल में यात्रा करते समय उसकी मुलाक़ात दक्ष पटवर्धन (गौरव एस. बजाज) से होती है। नैना के पास रेल का टिकट नहीं रहता और वो दक्ष के सीट पर बैठे रहती है और टिकट मांगने वाले को यह कहती है कि दक्ष उसका पति है। यह सुनकर दक्ष क्रोधित हो जाता है। वह उसे बुरा भला कहता है। जब मुंबई में आती है तो वह दक्ष की माँ से मिलती है। दक्ष की माँ को उसका व्यवहार अच्छा लगता है और वह उसे किराएदार के रूप में घर पर रख लेती है।
वहीं दक्ष की नैना से पुनः मुलाक़ात हो जाती है। और धीरे धीरे वे अच्छे दोस्त बन जाते हैं। एक दिन दक्ष नैना को बताता है की वह उससे प्यार करता है लेकिन उसकी सगाई सोनाक्षी (पायल राजपूत) से तय हो गई है। उसी समय नैना भी अपने प्यार का इजहार उससे कर देती है। लेकिन कुछ ही दिनों बाद यह बात सबको पता चल जाती है कि दक्ष और नैना एक दूसरे से प्यार करते हैं। लेकिन अंत में वो दोनों शादी कर लेते हैं।
लेकिन सोनाक्षी क्रोध में दिवाली के दिन नैना को मारने का प्रयास करती है। उसके बाद सोनाक्षी की माँ उसे यह बताती है कि नैना उसकी सगी बहन है।
पात्र
- पार्वती वजे – नैना दक्ष पटवर्धन
- गौरव एस. बजाज – दक्ष पटवर्धन
- रचना पारुलकर – आकृति
- पायल राजपूत – सोनाक्षी
- करण शर्मा – अभि
- दिशांक अरोड़ा – आयुष
- आशा नेगी – मधुरा