सजन रे झूठ मत बोलो
सजन रे झूठ मत बोलो | |
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लेखक | विपुल शाह हेमंत केवनी अमित सेनचौधरी |
निर्देशक | हेमन चौहान |
रचनात्मक निर्देशक | धरमपाल ठाकुर |
अभिनीत | नीचे देखें |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 1 |
एपिसोड की सं. | 478 |
उत्पादन | |
निर्माता | विपुल शाह संजीव शर्मा |
प्रसारण अवधि | लगभग 20 मिनट |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | सब टीवी |
प्रसारण | 14 दिसम्बर 2009 – 6 जनवरी 2012 |
सजन रे झूठ मत बोलो भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण सब टीवी पर 14 दिसम्बर 2009 से सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे होता था। यह 6 जनवरी 2012 को समाप्त हो गया। इसमें मुख्य किरदार में सुमित राघवन, मुग्धा चाफेकर और टिकु तलसानिया हैं। इसमें अपूर्व शाह का किरदार सुमित राघवन निभा रहे हैं, जिसे आरती झवेरी से प्यार हो जाता है और अपनी नौकरी व प्यार को अपने पास रखने के लिए अपूर्व झूठ का जाल बुनता चला जाता है और अपने दोस्त राजू के साथ मिलकर पूरा नकली परिवार भी तैयार कर लेता है।
23 जनवरी 2017 को इसकी दूसरी कड़ी की शुरुआत होती है, जिसका नाम सजन रे फिर झूठ मत बोलो है। यह कहानी इस धारावाहिक से बिलकुल अलग है। जिसमें चैनल और इसके निर्माण करने वालों के अलावा केवल टिकु तलसानिया ही मौजूद हैं। इसमें हुसैन कुवाजरवाला और पार्वती वझे मुख्य किरदार निभा रहे हैं। हालांकि इसकी कहानी भी झूठ पर ही आधारित है, जिसमें जय अपने आप को गरीब दिखाने और जया से शादी करने के लिए झूठ का जाल बना देता है और अपूर्व की तरह ही उसमें फंस जाता है।
कहानी
धीरुभाई एक सफल व्यापारी रहता है, जिसे झूठ और झूठ बोलने वालों से सख्त नफरत है। धीरुभाई के परिवार में उसके अलावा उसकी बहन की बेटी आरती ही रहती है। धीरु चाहता है कि आरती की शादी किसी ऐसे परिवार में हो जो मिलकर साथ रहता है, जिससे आरती को एक भरा पूरा परिवार मिल सके और बचपन से जो उसे अकेले रहना पड़ा था, वो कमी भी पूरा हो सके।
अपूर्व नौकरी पाने के लिए धीरुभाई से संयुक्त परिवार का झूठ बोल देता है। नौकरी मिलने के बाद भी अपूर्व अपने परिवार की तारीफ ही करते रहता है। उसे आरती से प्यार हो जाता है, लेकिन इस बात को वो बता नहीं पाता है। आरती की शादी किसी और से तय हो जाती है और उसके बाद उस परिवार का सच धीरु को पता चलता है। जैसे ही उसे पता चलता है कि वो परिवार एक दूसरे से मिलकर नहीं रहता है, वैसे ही वो शादी तोड़ देता है। धीरु कई बार अपूर्व के मुँह से उसके परिवार कि तारीफ सुनते रहता है, इस कारण वो सोचता है कि उसकी शादी अपूर्व से ही करना ठीक रहेगा।
अपूर्व से धीरु इस बारे में बात करता है और अपूर्व जो पहले से ही आरती से प्यार करते रहता है, वो इस शादी से मना नहीं कर पाता है। लेकिन धीरु शादी तय करने के लिए अपूर्व के परिवार से मिलने उसके घर जाने की योजना बनाता है। अपूर्व अपने दोस्त राजू को इस बारे में फोन कर मदद मांगता है तो राजू इधर उधर से एक नकली परिवार बना लेता है। जब धीरु और आरती वहाँ अपूर्व के साथ आते हैं तो उन्हें एक भरा पूरा परिवार मिलता है। इसके बाद अपूर्व की शादी तय हो जाती है और अपूर्व उसके नकली परिवार वालों को बोल देता है कि एक बार शादी हो जाये तो वो धीरु और आरती के साथ मोरिसस में चले जाएगा।
अपूर्व और आरती की शादी हो जाती है और जब अपूर्व जाने की सोचता है तो धीरु उसे अपनी योजना के बारे में बताता है कि वे सभी अब यहीं संयुक्त परिवार में ही रहेंगे। इसके बाद हर दिन किसी न किसी तरह की मुसीबत आते ही रहती है और अपूर्व भी झूठ बोल बोल कर उन समस्याओं का समाधान निकालते रहता है।
कलाकार
मुख्य
कलाकार | चरित्र |
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सुमित राघवन | अपूर्व शाह |
मुग्धा चाफेकर/आँचल सभरवाल | आरती झावेरी/आरती शाह |
टिकु तलसानिया | धीरूभाई झावेरी |
राजीव ठाकुर | राजु देसाई/ईश्वरलाल शाह |
स्वपनिल जोशी | भावेश भौसर |
अमि त्रिवेदी | तुलिका शाह |
अपरा मेहता | दामिनी देवी दीवान/दामिनी ईश्वरलाल शाह |
बनवारी लाल झोल | नोकर |
मनोज गोयल | पंकज शाह |
मेलिस्सा पैस | प्रीति शाह |
सुकेश आनंद | परेश शाह |
शालिनी खन्ना | पल्लवी शाह |
पल्लवी प्रधान | उशा झावेरी |