संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग
शरणार्थियों के लिये संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त कार्यालय (यूएनएचसीआर) जो कि संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के नाम से भी जाना जाता है, संयुक्त राष्ट्र संघ की एक एजेंसी है जिसका कार्य सरकार या संयुक्त राष्ट्र के निवेदन पर शरणार्थियों की रक्षा और उनके स्वैच्छिक प्रत्यावर्तन, स्थानीयएकीकरण या किसी तीसरे देश में पुनर्वास में उनकी सहायता करना है इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में हैं और यह संयुक्त राष्ट्र विकास समूह का एक सदस्य है।[1] यूएनएचसीआर एक बार 1954 में और दुबारा 1981 में नोबेल शांति पुरस्कार जीत चुका है।[2]
भूमध्यसागर शरणार्थी संकट
संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट जारि करते हुए वर्ष 2015 के मुकाबले वर्ष 2016 में यात्रा करने बाले शरणार्थी अधिँकश मौत का शिकार हुए है लेकिन अक्टूबर 2016 को 3,740 लोग मौत का शिकार हुए है। डब्लएचओ के मुताबिक बर्ष 2016 में 3 लाख 27 हजार 800 लोगो ने भूमध्यसगार को पार किया है। लेकिन एक सबसे बड़ा कारण शरणार्थियो को भेड़ बकरियोँ से भी बुरे हालात में नाब पर लादकर छोटी नावोँ पर ढोते है
नाव समस्या
शरणार्थियोँ की स्मगलिंग करने वाले छोटी सी रबर और लकड़ी की नावो पर 150 से अधिक लोगोँ को वैठाकर भूमध्यसागर पार कराने का काम करते हैं। इनमें से एक नाव अक्टूबर 2016 में पलट जाने के कारण 120 सबार समुद्र में डूब गये थे
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 नवंबर 2011.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 नवंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 नवंबर 2011.