श्री बंशीधर नगर
श्री बंशीधर नगर Nagar Untari नगर उंटारी | |
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रियासत (नगर गढ़) | |
श्री बंशीधर नगर झारखंड में स्थिति | |
निर्देशांक: 24°17′N 83°30′E / 24.28°N 83.50°Eनिर्देशांक: 24°17′N 83°30′E / 24.28°N 83.50°E | |
ज़िला | गढ़वा ज़िला |
प्रान्त | झारखण्ड |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 32,725 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | भोजपुरी, हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 822121 |
वाहन पंजीकरण | JH 14 |
श्री बंशीधर नगर (Shree Banshidhar Nagar), जिसका पुराना नाम नगर उंटारी (Nagar Untari) था, भारत के झारखण्ड राज्य के गढ़वा ज़िले में स्थित प्रमुख नगर है। यह एक प्रशासनिक अनुमंडल भी है। यह नगर बाबा श्री बंशीधर मंदिर और राजा पहाड़ी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।[1]
श्री बंशीधर नगर को पलामू प्रमंडल की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पहचाना जाता है। यह नगर झारखंड के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ के सीमा के निकट स्थित है
विवरण
श्री बंशीधर नगर, जिसका पूर्व नाम नगर उंटारी था, गढ़वा ज़िले में प्रशासनिक ब्लॉक में से एक है। यह जिला मुख्यालय गढ़वा से पश्चिम की ओर 40 किमी दूर स्थित है। यह भवनाथपुर बिधानसभा में एक ब्लॉक मुख्यालय है। श्री बंशीधर नगर चार राज्यों ( झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़) से घिरा हुआ है।[3] झारखण्ड राज्य की राजधानी रांची से श्री बंशीधर नगर की दूरी 212.5 किमी के आसपास है। यह स्थान बाबा श्री बंसीधर मंदिर और राजा पहारी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। श्री बंशीधर मंदिर में स्थित राधा - कृष्णसोने की मूर्ति और एक पहाड़ी की चोटी पर ( शिव) की सदियों पुरानी मूर्ति है।
इतिहास
श्री बंशीधर नागर (पहले नगर उंटारी के नाम से जाना जाता था) एक शाही संपत्ति है, जिस पर कभी देव परिवार का शासन था। भैया रुद्र प्रताप देव इस क्षेत्र पर शासन करने वाले अंतिम शासक थे। भैया रुद्र प्रताप देव के पुत्र भैया शंकर प्रताप देव बिहार सरकार में पूर्व मंत्री और कई बार विधान सभा के सदस्य रहे है। परिवार के पास शहर में एक शानदार महल है जो श्री बंसीधर मंदिर के पास है और दर्शनीय है। परिवार अभी भी महल में रहता है और राज्य की राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल है। वर्तमान परिवार के मुखिया राजा राज राजेंद्र प्रताप देव हैं।
भूगोल
श्री बंशीधर नगर 23°50' और 24°8' उत्तरी अक्षांश और 83°55 और 84°30 पूर्व देशांतर के बीच स्थित है। यह उत्तर में बिहार से और पूर्व में पलामू जिले से, दक्षिण में छत्तीसगढ़ से और पश्चिम में उत्तर प्रदेश से घिरा हुआ है। यह शहर लगभग 22 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, और लगभग 32725 की आबादी है।[4] आसपास के गाँव और श्री बंशीधर नगर से इसकी दूरी निम्न है: कुशदंड 0.4 किमी, चित्रविश्राम 1.5 किमी, थरकिया 6 किमी, पुरैनी 1.6 किमी, जंगीपुर 3.4 किमी, भोजपुर 3.7 किमी, गरबांध 7.2 किमी, बिलासपुर 7.8 किमी।
2011 की जनगणना के अनुसार श्री बंशीधर नगर की शहरी आबादी 32725 है। इसकी जनसंख्या घनत्व 1488 निवासियों प्रति वर्ग किलोमीटर है इस नगर के जनसांख्यिकी आंकड़े नगर पंचाट के गठन के पश्चात तैयार किए गए है जो 2011 के जनगणना से लिए गए है
भाषा
यहां बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी, असूरी (एक आग्नेय भाषा जो मोटे तौर पर पलामू के दक्षिणी भाग में लगभग 17,000 लोगो द्वारा बोली जाने वाली एक भाषा), और भोजपुरी (बिहारी भाषा समूह में एक बोली), आदि शामिल है।
समारोह
- दुर्गा पूजा
- दीपावली
- होली
- छठ पूजा
- राम नवमी
- ईद उल-फ़ित्र
- ईद-उल-अज़हा
- मोहर्रम
- रक्षाबन्धन
- वसन्त पञ्चमी
- मकर संक्रान्ति
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
सुविधाएँ
- बाजार: श्री बंशीधर नगर के लगभग केंद्र में ही बाजार स्थित है। यहां आधारभूत सभी सामने उपलब्ध होने के साथ ही थोक व्यापारी निवास करते है
इसके अलावा प्रतिष्ठित वाहन कंपनी के एजेंसी बैंक कॉलेज स्कूल स्थित है
- रेलवे स्टेशन: नगर उंटारी रेलवे स्टेशन धनबाद मंडल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो गढ़वा रोड–चोपन रेलखंड में आता है
सरकार ने भगवान श्री कृष्ण के नाम पर इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर श्री बंशीधर नगर रेलवे स्टेशन रखने की स्वीकृति दी।
- अस्पताल: ट्रामा सेंटर अस्पताल श्री बंशीधर नगर, श्री बंशीधर नगर के प्रसिद्ध अस्पताल में से एक है। इसके अलावा अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल मौजूद है
पर्यटन आकर्षण
- सुखलदरी: यह श्री बंशीधर नगर के धुरकी में स्थित एक सुंदर झरना है। कई लोग यहां त्यौहारों में स्नान के लिए आते हैं।[5] यह मकर संक्रान्ति त्योहार के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
- श्री बंशीधर मंदिर: यह एक बहुत पुराना " राधा - कृष्ण " मंदिर है। इस मंदिर में भगवान की सोने की मूर्तियाँ हैं। यह भी श्री बंशीधर नगर में देखने के लिए एक आकर्षक स्थान है।[6]
- राजा पहारी: यह एक शिव मंदिर है जिसे पहाड़ी पर बनाया गया है, और जमीन स्तर से लगभग 300 मी (980 फीट) ऊपर है।
यह भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Tourism and Its Prospects in Bihar and Jharkhand Archived 2013-04-11 at the वेबैक मशीन," Kamal Shankar Srivastava, Sangeeta Prakashan, 2003
- ↑ "The district gazetteer of Jharkhand," SC Bhatt, Gyan Publishing House, 2002
- ↑ "CM रघुवर ने नगर उंटारी को दिया सौगात, नाम बदलकर किया बंशीधर नगर". प्रभात खबर. डिजिटल झारखंड डेस्क. 26 मार्च 2017. मूल से 26 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 नवंबर 2019.
- ↑ "Villages & Towns in Nagaruntari Block of Garhwa, Jharkhand". www.census2011.co.in. मूल से 7 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 नवंबर 2019.
- ↑ "सुखलदरी जलप्रपात नये वर्ष पर होगा गुलजार - Hindusthan Samachar". Dailyhunt (अंग्रेज़ी में). हिन्दुस्थान समाचार.
- ↑ "बंशीधर मंदिर". garhwa.nic.in. गढ़वा जिला मुख्यालय, झारखंड सरकार. मूल से 8 मई 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 नवम्बर 2019.