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शाहपुरा, जयपुर

शाहपुरा
Shahpura
शाहपुरा हवेली
शाहपुरा हवेली
शाहपुरा is located in राजस्थान
शाहपुरा
शाहपुरा
राजस्थान में स्थिति
निर्देशांक: 27°23′N 75°58′E / 27.39°N 75.96°E / 27.39; 75.96निर्देशांक: 27°23′N 75°58′E / 27.39°N 75.96°E / 27.39; 75.96
ज़िलाजयपुर ज़िला
प्रान्तराजस्थान
देश भारत
जनसंख्या (2001)
 • कुल28,170
भाषा
 • प्रचलित भाषाएँराजस्थानी, हिन्दी
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)

शाहपुरा, भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर ज़िले में स्थित एक नगर व नगरपालिका है।[1][2]

शाहपुरा की हवेली

शाहपुरा के बीच श्री चारभुजा मंदिर के पास वाली गली में मौजूद भव्य हवेली को 'केसरीसिंह जी की हवेली' के नाम से भी जाना जाता है। यह ऐतिहासिक हवेली अत्यन्त प्रसिद्ध है। स्वतंत्रता संग्राम में यह स्वतन्त्रता सेनानियों की तीर्थस्थली थी। ये वही हवेली है जहां जन्म लेने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर केसरीसिंह बारहट, उनके भाई जोरावरसिंह और उनके पुत्र कुंवरप्रताप सिंह व दामाद ईश्वरदानजी आशिया ने देश की स्वतन्त्रता के लिए अपना बलिदान दे दिया।

यह हवेली सन1913 में बनकर तैयार हुई और बारहठ परिवार इसमें रहने लगा था। इस हवेली का मुख्य द्वार सुन्दर मेहराबों से सजा है। इसके प्रवेश-द्वार के आगे चौक और बरामदे तथा अंदर कमरे बने हुए हैं। दूसरा चौक छोटा है। ऊपरी मंज़िल पर कमरे और बरामदे, गुप्त मार्ग, एकांत वास भी बना हुआ है। उसी जगह पर स्वतंत्रता सेनानियों में मंत्रणा हुआ करती थी। सन 1947 में भारत की स्वतंत्रता के 25 साल बाद, केसरीसिंह के जन्म के सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में, सन 1972 के प्रांरभ में शाहपुरा के जागरूक युवाओं ने मिलकर ‘‘श्री केसरीसिंह बारहठ स्मारक समिति’’ का गठन किया। 13 नवम्बर, सन1974 को पुरातत्त्व एवं संग्रहालय विभाग ने इसे प्राचीन वस्तु अधिनियम के अंतर्गत संरक्षित स्मारक घोषित कर दिया।

इस हवेली में स्थापित संग्रहालय पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। साथ ही यह स्थापत्य कला शैली की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण धरोहर है। यहां बारहठ परिवार से संबंधित अमूल्य स्मृतियों को संजोया गया है। इस संग्रहालय में बारहठ-बंधुओं की पहचान रही पगड़ी, घड़ी, टॉर्च, खड़ांऊ, बंदूक़ें, कारतूस, विशेष बॉक्स, दूरबीन, फ़ोटो एलबम, कटार, गुप्ती, तलवार, साहित्य आदि संभाल कर रखे गए हैं। [3]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ