शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगाँव
| शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय | |
|---|---|
| शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भवन | |
| आदर्श वाक्य: | विद्या सर्वस्व भूषणम | 
| स्थापना: | 1957 | 
| प्रकार: | सार्वजनिक | 
| संबद्ध: | हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, (दुर्ग) | 
| प्रधानाचार्य: | डॉ. के.एल. तांडेकर [1] | 
| स्थिति: | राजनांदगांव, छत्तीसगढ़, भारत | 
| परिसर: | शहरी क्षेत्र | 
| संबद्ध: | यूजीसी, राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद(NAAC) | 
| जालस्थल: | www | 
शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगाँव में स्थित एक स्नातकोत्तर महाविद्यालय है। इसकी स्थापना १९५७ में हुई थी। यह महाविद्यालय शासन द्वारा वित्तपोषित है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने १९९२-९३ में इसे स्वशासी (आटोनॉमस) घोषित किया। २००७ में इस महाविद्यालय ने स्वर्ण जयन्ती मनाया।[2]
सन्दर्भ
- ↑ "प्राचार्य की जानकारी" (PDF). gdcr.ac.in. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2023.
- ↑ "महाविद्यालय के बारे में - शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगाँव (C.G.)". web.archive.org. 22 अक्टूबर 2023. मूल से पुरालेखित 22 अक्तूबर 2023. अभिगमन तिथि 22 अक्टूबर 2023.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)