शाका लाका बूम बूम
| शाका लाका बूम बूम | |
|---|---|
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| प्रारंभ विषय | "शाका लाका बूम बूम" |
| मूल देश | भारत |
| मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
| सीजन की सं. | ४ |
| एपिसोड की सं. | ४९२ |
| उत्पादन | |
| प्रसारण अवधि | लगभग 24 मिनट |
| मूल प्रसारण | |
| नेटवर्क | डीडी नेशनल स्टार प्लस |
| प्रसारण | 19 अगस्त 2000 – 10 अक्तूबर 2004 |
शाका लाका बूम बूम एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है। यह श्रृंखला १५ अक्टूबर २००० से डीडी नेशनल चैनल पर ३० एपिसोड के श्रृंखला के रूप में प्रसारित हुई, जिसमें विशाल सोलंकी संजू के रूप में थे। श्रृंखला को बाद में २००१ में स्टार प्लस द्वारा लिया गया और १९ अगस्त २००२ को उनके संस्करण का प्रीमियर लीड के रूप में किंशुक वैद्य के साथ हुआ। यह श्रृंखला कई बार स्टार उत्सव, डिज़्नी चैनल भारत, डिज़नी एक्सडी और हंगामा टीवी पर भी प्रसारित हुई। इसे विजय कृष्ण आचार्य ने लिखा और निर्देशित किया था।
कथानक
कार्यक्रम की कहानी संजू नामक एक केन्द्रीय पात्र के चारों ओर घूमती रहती है जिसे एक जादुई कलम मिल जाती है। उस कलम की खासियत यह थी कि उससे जो भी चित्र बनाए जाते, वे वास्तविक रूप प्राप्त कर लेते थे। यह कार्यक्रम 04 सत्र तक चला।
पात्र
| अभिनेता/अभिनेत्री | भूमिका |
|---|---|
| किंशुक वैद्य | संजू |
| राहुल जोशी | शान |
| श्याम सुंदर मंडल | सामू |
| हंसिका मोटवानी | करुणा/शोना |
| सैनी राज | रीतू |
| रीमा वोहरा | संजना |
| अदनान जेपी | जग्गू |
| मधुर मित्तल | टीटो |
| निखिल यादव | पार्थो |
| मेमिक/रुसद राणा | युवा संजू |
| तनवी हेगड़े | फ्रूटी |
| लता सबरवाल | उमा - संजू की माँ |
| आदित्य कपाड़िया | झुमरू |
| वैशाली ठक्कर | ललिता |
| रोमित राज | करन |
| जेनिफर विंगेट | पिया |
| चाहत खन्ना | जय रानी |
| इशिता शर्मा | सिंपल |
| रौनक कोटेचा | सिली पांइट |
| मेहुल | शॉर्ट लैग |
| जर्रार चौधरी | विजय |
| के के गोस्वामी | क्रिस्टल |
| शहजाद खान | टाइगर |
| जगेश मुक्ति | मंगू |
| भारती अचरेकर | विद्यालय की प्राचार्या |
| केव्लया छेडा | नीरज/विद्यार्थी नं. 107 |
