शहीद रामाधार सिंह यादव
श्री रामाधार सिंह यादव भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मैनपुरी जिले में करहल तहसील के नगला टाँक गाँव में श्री अंगद सिंह यादव एवं श्रीमती लौंग श्री यादव के घर जन्म लिया ! बचपन से ही श्री रामाधार सिंह यादव अत्यंत प्रतिभावान एवं शर्मीले किस्म के थे ! इनका बाल्यकाल बड़ी कठिनाइयों में बीता ! इनके पिता श्री अंगद सिंह यादव साधारण किसान थे अतः पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते श्री आर एस यादव को बचपन से ही खेती का कार्य करना पड़ा ! घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण घर में साइकिल तक न थी फिर भी श्री आर एस यादव ने 12 किलोमीटर दूर हेंवरा कॉलेज तक पैदल सफर कर अपनी पढ़ाई जारी रखी ।
शुरू से ही श्री आर एस यादव में देश सेवा का जुनून सवार था ! वर्ष 1989 भारतीय सेना में भर्ती हुई तो श्री आर एस यादव अपनी ग्रेजुएशन अधूरी छोड़ सेना में शामिल हो गये ! वर्ष 1994 में श्री आर एस यादव की बटालियन 19 कुमाऊँ रेजीमेंट को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा कीगांव कंडी में तैनात किया गया ।
10 सितम्बर 1995 को इनकी टुकड़ी LOC पर नियमित गश्त पर थी । टुकड़ी पर जंगल में पहले से घात लगाकर बैठे आतंकवादियों ने हमला कर दिया। अचानक हुये इस हमले में टुकड़ी ने जबाबी कार्यवाही के लिये पोजिशन संभाली तो आतंकवादियों ने वहां पहले से लगाये गये IED को ब्लास्ट कर दिया जिसमें श्री आर एस यादव एवं एक अन्य को छोड़कर बाकी सभी साथी शहीद हो गये । श्री आर एस यादव भी IED ब्लास्ट में बुरी तरह जख्मी हो गये तथा उनका दूसरा जीवित साथी भी ब्लास्ट से खाई में जा गिरा । श्री आर एस यादव ने मोर्चा संभाला और आतंकवादियों पर फायरिंग शुरू कर दी ! कई गोलियाँ लगने के बाबजूद भी श्री आर एस यादव अकेले ही कई घंटों तक आतंकवादियों से जूझते रहे और आतंकवादियों को आगे नहीं बढ़ने दिया तथा वहां से भागने को मजबूर कर दिया ! आतंकवादियों की कई गोलियाँ श्री आर एस यादव का सीना छलनी कर चुकी थीं। उन्होंने मातृभूमि के लिये सर्वोच्च बलिदान देकर वीरगति को प्राप्त किया ।
इनकी शादी श्रीमती कुसमा यादव से हुई । इनके दो बेटे विशनू यादव एवं यदुवीर यादव देश सेवा में तैनात हैं ! अभी तक यह दोनों भाई कई मेडल से सम्मानित किए जा चुके हैं।