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व्यापारी बैंक

"व्यापारी बैंक " (सौदागर बैंक ) (Merchant Bank) शब्द का प्रयोग आजकल खुले और विस्तृत रूप में किया जाता है, यह शब्द किसी समय उन बैंकों के लिए प्रयोग किया जाता है जो "व्यापारी बैंक " (सौदागर बैंक ) (Merchant Bank) नहीं है और किसी समय उन सौदागरों के लिए प्रयोग किया जाता है जो स्वयं बैंकर नहीं है और कई बार उन घरानों को लिए प्रयोग किया जाता है जो इन दोनों में से कोई भी नहीं है! बेशक इस शब्द की एक उपयुक्त परिभाषा तो नहीं दी जा सकती, परन्तु "व्यापारी बैंक " (सौदागर बैंक ) (Merchant Bank) एक उस संस्था को समझा जा सकता है जो अपने प्रचलनों अथवा अपनी अधिकांश क्रियाओं को निम्नलिखित बातों पर केन्द्रित रखता है :-

i) विभिन्न मामलों जैसे नए शेयर और बाण्ड जारी करने, पूंजी पुनर्निर्माण, विलयन (Merger) और अर्जन (Acquisitions) आदि पर निगमों को वित्तीय परामर्श देना !

ii) जमाओं और मुद्रा को लेना, मुद्रा बाजार क्रियाओं संबंधी परामर्श देना जिसमें विदेशी विनिमय लेन देन भी शामिल हैं !

iii) मध्यमकालीन उधार और ऋणों का व्यवसाय संघ (Syndication) बनाना !

iv) साख और निर्यात वित्त के सभी रूपों को स्वीकार करना !

v) कोटक और बिना कोटक (Quoted and Unquoted) निवेशों को धारण करना और उनका व्यापार करना !

vi) ग्राहकों के नाम पर वित्त प्रबंध करना, जिससे अधिक प्रतीकारात्मक ( Typical ) पेंशन कोष, यूनिट ट्रस्ट, निवेश ट्रस्ट आदि शामिल हैं, ये सुविधाएँ धनी व्यक्तियों को प्रदान करना। !