वैन रूनी
वैन मार्क रूनी (जन्म २४ अक्तोबर १९८५) एक अंरेज़ी फुटबॉल खिलाड़ी है जो प्रीमियर लीग क्ल्ब मैनचेस्टर युनाइटेड के लिए फरवार्ड के स्थान पर खेलते है। जब वे नौ साल के थे, वे एवर्टन् के युवा टीम् मे शामिल हुए और उनके लिए सोलाह साल के उम्र मे पहली मैच खेले। २००४ मे £25.6 मिल्यन देकर मान्चैस्त्तर युनाइटेड् ने उनको खरीद लिया। उसी साल उनको 'वाज़्ज़ा' का उपनाम भी दिया गया। इंगलैंड के लिए उन्होने पहली मैच २००३ मे खेले। उनके लिए सबसे कम उम्र मे गोल लगाने का रिकॉर्ड उनके नाम पर हे। वे, लायानल् मेस्सी और क्रिस्ट्यानो रोनाल्डो के बाद सबसे अधिक भुगतान मिलने वाले फुटबॉल खिलाड़ी है।
क्लब कैरियर
एवर्टन्
रूनी लिवरपूल स्कूल बायस और कोप्प्लहोउस क्ल्ब के लिए खेलकर एवर्तन के युवा तीम के स्काउट बोब पेन्दिलतन को प्रभावित किया। सभी टीम के लिए वे शान्दार तरीके से खेले और खूब गोल्स भी मारे। १५ जूलाइ को एस् सी वैस के खिलाफ एक मित्रवत मैच मे वे मुख्य टीम के लिए अपनी पहमली गोल मारे। २००३-२००४ सीसन मे आगस्त १७ को वे अपने पहले माच खेले। अकतूबर २ के दिन रेक्सहाम के खिलाफ दो गोल मारकर वे अपने क्लब के सीनियर टीम के लिए अपने पहली योगदान दिये। आरसेनल के खिलाफ, आख्रि मिनतो मे एवर्तन को जिताने के कारण लोग उनको ध्यान देने लगे। इस सीसन के अन्त मे वे ३७ माच मे ८ गोल मारे और एक लालकार्ड भी प्राप्त किए।
मान्चैस्त्तर युनाइटेड
आगस्त २००४ मे रूनी के एजेंट ने एवर्टन् के प्रस्ताव को तिरस्कर, युनाइटेड् या न्यूकासिल जाने का निर्णय लिया। अन्त मे मान्चैस्त्तर युनाइटेड् ने £25.6 मिल्यन देकर उनको खरीद लिया। एक १८ साल के खिलाड़ी के लिए इतने पैसे देने के निस्च्य को बहुत चर्चित किया गया। उनको ८ न्मबर का जर्सी मिला और २८ सेपत्मबर को फेनेरबास के खिलाफ, वे पहली बार् अपनी नए क्ल्ब के लिए मैदान मे उतऱे। तीन गोल मारकर वे चाम्पियन्स लीग मे हाट ट्रिक बनाने वाले लोगो मे सबसे कम उम्र वाले हुए। लेकिन इस साल युनाइटेड् कोइ ट्रॉफ़ी नही जीत पाए। लेकिन उस साल, रूनी ११ गोल मारकर् क्ल्ब मे सबसे अधिक गोल लगाने वाले खिलाडी थे। तब से लेकर आज तक रूनी उनके लिए बहुत महत्त्वपूर्ण खिलाडी रहा है। पिछले कुछ सालो मे बहुत बार वे किसी और क्ल्ब जाने की इच्छा प्रकट की हे। लेकिन, हर बार युनाइटेड् उनको जाने से रोकने मे सफल हो पाए है। वे युनाइटेड् के लिए २०० गोल मार चुके है और सिर्फ लीग मे वे १५० गोल मार चुके हे।
अंतरराष्ट्रीय
१२ फ़रवरी को आस्त्रेलिया के खिलाफ मैदान मे अन्तरराष्ट्रीय रंगो मे उतरते वक्त ववे सिर्फ १७ साल के थे। वे रिपब्लिक ऑफ आयरलैन्ड के लिय भी खेलने योग्य थे, मगर वे इंगलैंड के लिए खेलने का निर्णय लिया। उनके सबसे पहली टूर्नामेंट यूरो २००४ था। चार गोल मारकर वे ' टीम ऑफ द टूर्नामेंट' मे जगह बना लिया। गम्भीर चोट के कारण वे २००६ वर्ल्ड कप मे कोइ महत्त्वपूर्ण भाग नही खेल पाए। पोर्चुगल के खिलाफ उनको लालकार्ड दिखाया गया। इसी बात को लेकर क्रिस्ट्यानो रोनाल्डो और उनके बीच बहस हूई, लेकिन यह उन दोनो की दोस्ती को प्रभावित नही किया। २०१० वर्ल्ड कप मे वे ९ गोल मारे। लेकिन अपनी कुछ कथन के कारण प्रशंसकों की नाराज़गी भोगना पडा। २०१४ वर्ल्ड कप योग्यता मैचो मे साथ गोल मारकर इंगलैंड को वर्ल्ड कप तक लेकर जाने मे सफल हुए।
विवादों
डेविड मोयस
सेप्त्मबर १, २००६ को डेविड मोयस ने रूनी के प्रति मुकद्दमा फ़ाइल किया। रूनी के द्वारा दिय गय साक्षात्कार (डैली मैल) मे एवर्तन छोड्ने के कारण सार्वजनिक करने का आरोप मोयस पर लगाया। इस को अदालत के बाहर समझौता किया गया और रूनी ने उनसे माफी भी माँगा। २०१३-२०१४ सीज़न मे दोनो फिर से साथ हो गए।