वैनगंगा नदी
वैनगंगाजी नदी Waingangaji River | |
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महाराष्ट्र के भंडारा में वैनगंगा नदी | |
भारत में वैनगंगा का प्राणहिता में संगमस्थल | |
स्थान | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र |
नगर | सिवनी, बालाघाट, भंडारा |
भौतिक लक्षण | |
नदीशीर्ष | महादेव पहाड़ियाँ |
• स्थान | मुंडारा, सिवनी ज़िला, मध्य प्रदेश |
• निर्देशांक | 21°57′N 79°34′E / 21.950°N 79.567°E |
• ऊँचाई | 1,048 मी॰ (3,438 फीट) |
नदीमुख | प्राणहिता नदी, फिर गोदावरी नदी |
• स्थान | अदिलाबाद व गढ़चिरौली ज़िलों की सीमा, महाराष्ट्र |
• निर्देशांक | 19°35′24″N 79°47′59″E / 19.59000°N 79.79972°Eनिर्देशांक: 19°35′24″N 79°47′59″E / 19.59000°N 79.79972°E |
• ऊँचाई | 146 मी॰ (479 फीट) |
लम्बाई | 569 कि॰मी॰ (354 मील) |
जलसम्भर आकार | 43,658 कि॰मी2 (4.6993×1011 वर्ग फुट) |
जलसम्भर लक्षण | |
जलक्रम | वैनगंगा → गोदावरी |
वैनगंगा नदी (Wainganga River) भारत में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में बहने वाली एक नदी है। यह गोदावरी नदी की एक उपनदी है।[1][2]
विवरण
मध्यप्रदेश के सिवनी जिला में वैनगंगा नदी का उदगम स्थल सिवनी से नागपुर रोड पर 10 कि.मी. की दूरी पर बसे ग्राम गोपालगंज से लगभग 6 कि.मी. पूर्वी दिशा में ग्राम मुंडारा है। मुंडारा गांव के पास स्थित रजोलाताल से वैनगंगा नदी एक कुंड से निकलती है। यह नदी सिवनी की अर्द्व परिक्रमा करती हुई पहले उत्तर में फिर पूर्व की ओर तत्पश्चात दक्षिणी-पूर्वी दिशा में बहती है। इसका प्रारम्भिक बहाव क्षेत्र चट्टानी हैँ, परन्तु फिर उपजाऊ मैदान तथा सकरी घाटीयोँ से होकर बहती है। यह नदी दिघोरी, बंडोल छपारा से होते हुये सीधे छपारा के भीमगढ संजय सरोवर बांध जो कि एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध हैँ, से जल भराव के बाद मझगवा, केवलारी से बालाघाट जिला होते हुये गोंदिया तथा चांदा जिले से बहती हुई वर्धा नदी में मिलती है। इन दोनों के संगम के बाद नदी का नाम 'प्राणहिता' हो जाता है। कन्हान नदी,बावनथड़ी नदी तथा पेँच नदी इसकी सहायक नदियाँ हैं। आगे जाकर यह नदी गोदावरी नदी मे मिल जाती है।
वैनगंगा नदी का उपयोग रुडयार्ड किपलिंग द्वारा द जंगल बुक और 'द सेकंड जंगल बुक' (1894- 1895) में किया गया था, जिसमें "मोगली कहानियाँ" हैं। पुस्तकों में, यह जंगल के सभी लोगों के लिए पानी का प्राथमिक स्रोत है, "पीस रॉक" का स्थान और वह जगह जहां शेर खान ने मोगली की हड्डियों को रखने की कसम खाई थी, जब उसने उसे मार दिया था। किपलिंग द्वारा लिखित "रेड डॉग" में यह अंतिम युद्ध का मैदान भी है। कान्हा नेशनल पार्क के जंगलों, जो वैनगंगा के चारों ओर उग आए थे, में किपलिंग की कहानियों में चित्रित बाघ, तेंदुआ और भालू आबादी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि मोगली सिवनी जिले के अमोदागढ़ में पाया गया था। 2012 तक, वैनगंगा बेसिन में लगभग 149 बांध बनाए गए थे। [5] वैनगंगा नदी पर गोस खुर्द बांध महाराष्ट्र सरकार के जल संसाधन विभाग (WRD) द्वारा बनाया जा रहा है। नदी के साथ प्रमुख विशेषताओं में से एक भीमगढ़ बांध (एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध) है, जो सिवनी जिले में स्थित है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293