वीपीएन
वीपीएन (VPN) का पूरा नाम 'वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क' है। यह एक ऐसी इंटरनेट पर उपयोग की जाने वाली सेवा है जो आपके डाटा को लीक होने से बचाती है और आपको ऑनलाइन गोपनियता प्रदान करती है। वीपीएन आपके आईपी एड्रैस को छिपाता है जिसकी वजह से आप ऑनलाइन खुद को गोपनीय रख पाते है।
जब वीपीएन हमारे किसी फोन, लैपटाप से कनैक्ट होता है तो इंटरनेट पर दूसरे कम्प्युटर से जोड़ता है , जो उस कम्प्युटर से हमे इंटरनेट का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। अगर वह दूसरा कम्प्युटर जिसे सर्वर भी कहा जाता है वो किसी दूसरे देश मे है तो लगता है ट्रेफिक वहाँ से आ रहा है।
इसका प्रयोग किसी खास क्षेत्र या देश मे ब्लॉक वैबसाइट को एक्सैस करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है क्यूकी जब हमारा फोन या लैपटाप वीपीएन से कनैक्ट होता है तो लगता है ट्रेफिक किसी और जगह से आ रहा(जहा सर्वर होता है) और अगर वह वैबसाइट वहाँ ब्लॉक नहीं है तब आप उसे एक्सैस कर सकते है।
वीपीएन कैसे काम करता है
वीपीएन एक ऐसा तकनीकी प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट सुरक्षित और गोपनीयता संरक्षण के लिए उपयोग किया जाता है। यह काम करने का तरीका निम्नलिखित है:
- डेटा एन्क्रिप्शन: जब आप एक VPN का उपयोग करते हैं, आपका डेटा एक एन्क्रिप्टेड टनल के माध्यम से जाता है, जिससे आपका डेटा सुरक्षित बनता है। यह आपके डेटा को दूसरों से सुरक्षित रूप से रखता है।
- IP छिपाना: VPN आपके असली IP पता को छिपाता है और आपको एक वर्चुअल IP पता प्रदान करता है। इससे आपकी आईपी पता की पहचान दूसरों के लिए मुश्किल हो जाती है।
- वीपीएन सर्वर: जब आप एक VPN सेवा का उपयोग करते हैं, आपका डेटा उनके सर्वरों के माध्यम से पास होता है। इससे आपका असली इंटरनेट सर्वर से अलग हो जाता है।
- वीपीएन सर्वर का स्थान: आप VPN सर्वर का स्थान चुन सकते हैं, जिससे आप उस स्थान की वेब सामग्री तक पहुँच सकते हैं, जैसे कि वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाएँ जो केवल कुछ क्षेत्रों में उपलब्ध होती हैं।
इस तरीके से, वीपीएन आपके इंटरनेट सत्र को सुरक्षित और गोपनीय बनाने में मदद करता है और आपको अपनी वेब संचालन की गोपनीयता की रक्षा करता है।