विनोद चन्द्र पाण्डेय
विनोद चन्द्र पांडे | |
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पद बहाल 12 जून 2003 – 15 दिसंबर 2004 | |
पूर्वा धिकारी | अरविंद दवे |
उत्तरा धिकारी | शैलेन्द्र कुमार सिंह |
झारखंड के राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) | |
पद बहाल 4 फरवरी 2002 – 14 जुलाई 2002 | |
पूर्वा धिकारी | प्रभात कुमार |
उत्तरा धिकारी | रामा जोइस |
पद बहाल 23 नवंबर 1999 – 12 जून 2003 | |
पूर्वा धिकारी | सुरज भान |
उत्तरा धिकारी | रामा जोइस |
भारत के 19वें कैबिनेट सचिव | |
पद बहाल 23 दिसंबर 1989 – 11 दिसंबर 1990 | |
प्रधानमंत्री | वीपी सिंह |
पूर्वा धिकारी | टी एन शेषन |
उत्तरा धिकारी | नरेश चन्द्रा |
जन्म | 16 फरवरी 1932 जम्मू, जम्मू और कश्मीर, ब्रिटिश भारत |
मृत्यु | 7 फ़रवरी 2005 नोएडा, उत्तर प्रदेश, भारत | (उम्र 72)
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शैक्षिक सम्बद्धता | इलाहाबाद विश्वविद्यालय |
व्यवसाय | सिविल सेवक, लेखक |
विनोद चन्द्र पाण्डेय (16 फ़रवरी 1932 – 7 फ़रवरी 2005) एक राजस्थान कैडर के भारतीय सिविल सेवक थे और विशेष रूप से 1989-1990 में कैबिनेट सचिव थे। वह बिहार, झारखण्ड और अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल भी थे।
वह हिन्दी, पालि और संस्कृत के विद्वान थे और हिन्दी के एक महान लेखक थे। वह हिन्दी के सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार और विद्वान ज्योतिषी भी थे। वह अविवाहित रहे।
निजी जीवन
पाण्डेय का जन्म 16 फरवरी 1932 को जम्मू, ब्रिटिश भारत में हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।
उनका जन्म ए को क ऐसे परिवार में हुआ, जो दो अन्य कैबिनेट सचिवों (बी डी पाण्डेय और कमल पाण्डेय) के कारण प्रसिद्ध था। उनके बड़े भाई गोविन्द चन्द्र पाण्डेय एक प्रसिद्ध विद्वान और इतिहासकार थे।
राज्यपाल और अन्य प्रशासनिक पद
भारतीय प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह के कार्यकाल में वह 23 दिसम्बर 1989 से 11 दिसम्बर 1990 तक कैबिनेट सचिव रहे। इससे पूर्व जब सिंह वित्त मंत्री थे तब पाण्डेय राजस्व सचिव थे। दोनों एक ही समय पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़े थे।
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में वह बिहार (1999–2003), झारखण्ड (अल्पकाल के लिए 2002 में) और अरुणाचल प्रदेश (2003–04)के राज्यपाल नियुक्त रहे।
मृत्यु
उनका देहान्त नोएडा, उत्तर प्रदेश में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल पद छोड़ने के दो महीने बाद हुआ था।