विक्रम सेठ
विक्रम सेठ (जन्म 20 जून, 1952) भारतीय साहित्य में एक जाने माने नाम है। मुख्य रूप से ये उपन्यासकार और कवि हैं। इनकी पैदाइश और परवरिश कोलकाता में हुई। दून स्कूल और टानब्रिज स्कूल में इनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में इन्होंने दर्शनशास्त्र राजनीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया, बाद में इन्होंने नानजिंग विश्वविद्यालय में क्लासिकल चीनी कविता का भी अध्ययन किया।
उन्हें उनके चार प्रमुख उपन्यासों के लिये जाना जाता है:
वे भारत के सर्वोच्च न्यायलय की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश लीला सेठ के पुत्र हैं।
भाषा में रुचि
विक्रम सेठ ने विशेष रूप से चीनी भाषा का अध्ययन किया।[1]
सम्लैंगिकता
सेठ सम्लैंगिकता का समर्थन करते हैं और वे स्वयं सम्लैंगिक हैं। [2]
कविता
- मैपिंग्स (1980)
- फ्राम हेवेन लेक (1983)
- द हम्बल एडमिनिस्ट्रेटर्स गार्डन (1985)
- आल यू हू स्लीप टुनाइट (1990),
- बीस्टली टेल्स (1991)
- थ्री चाइनीज पोएट्स (1992)
- द फ़्रॉग ऐण्ड द नाइटिंगेल
- द माउज़ ऐण्ड द स्नेक
सम्मान
- 2007 में इन्हें भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया।[3]
बाहरी कड़ियाँ
The Literary Encyclopedia's article on Vikram Seth
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 25 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 सितंबर 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 25 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 सितंबर 2018.
- ↑ "Padma Awards Directory (1954-2009)" (PDF). गृह मंत्रालय. मूल (PDF) से 10 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 मार्च 2012.