वासुपूज्य
वासुपूज्य जी बारहवें तीर्थंकर है।
इनकी गणधर संख्या 66 है ।
विशेषता-: पांचों कल्याणक चंपापुर में हुये।
बाहरी_कड़ियाँ
| वासुपूज्य | |
|---|---|
वासुपूज्य भगवान प्रतिमा चम्पापुर | |
| विवरण | |
| शिक्षाएं | मोक्ष मार्ग |
| पूर्व तीर्थंकर | श्रेयांसनाथ |
| अगले तीर्थंकर | विमलनाथ |
| गृहस्थ जीवन | |
| वंश | इक्ष्वाकुवंशी क्षत्रिय |
| विवाहिता | बाल ब्रह्मचारी/ बाल्यती तीर्थंकर |
| पिता | राजा वसुपूज्य |
| माता | जयावती (विजया) |
| पंच कल्याणक | |
| च्यवन स्थान | महाशक्र स्वर्ग |
| जन्म कल्याणक | फाल्गुन कृष्णा १४ |
| जन्म स्थान | चम्पापुर |
| दीक्षा कल्याणक | फाल्गुन कृष्णा १४ |
| दीक्षा स्थान | चम्पापुर मनोहर वन |
| केवल ज्ञान कल्याणक | माघ शुदी २ |
| केवल ज्ञान स्थान | चम्पापुर |
| मोक्ष | भाद्रपद शुक्ल १४ |
| मोक्ष स्थान | चम्पापुर/मंदार पर्वत |
| लक्षण | |
| चिन्ह | भैंसा |
| ऊंचाई | ७० धनुष |
| आयु | ७२ लाख वर्ष |
| वृक्ष | कदंब |
| शासक देव | |
| यक्ष | षण्णमुख यक्ष |
| यक्षिणी | गंधारी देवी |