लोकगीत (हिन्दी)
बांके बिहारी मुझको देना सहारा कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा
तेरे शिवानंद में समय ना तेरे सिवान में समाए ना कोई लगन कई दीपक हो जाए ना कई
तेरे रस्ते से हटती है दुनिया इशारों से मुझको बुलातीहै
देखो ना नजर से मैं दुनियाका
बांके बिहारी मुझको देना सहारा कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा
तेरे शिवानंद में समय ना तेरे सिवान में समाए ना कोई लगन कई दीपक हो जाए ना कई
तेरे रस्ते से हटती है दुनिया इशारों से मुझको बुलातीहै
देखो ना नजर से मैं दुनियाका