लकी (2005 फ़िल्म)
लकी | |
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लकी का पोस्टर | |
निर्देशक | राधिका राव विनय सप्रू |
लेखक | राधिका राव मिलाप झवेरी (संवाद) |
निर्माता | सुहेल ख़ान भूषण कुमार कृष्णन कुमार |
अभिनेता | सलमान ख़ान, स्नेहा उल्लाल, मिथुन चक्रवर्ती |
संगीतकार | अदनान सामी |
प्रदर्शन तिथियाँ | 8 अप्रैल, 2005 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लकी 2005 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह रूस में युद्ध के दौरान की दो प्रेमियों की कहानी है। इसे राधिका राव और विनय सप्रू द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में सलमान ख़ान और स्नेहा उल्लाल किरदार निभाते हैं।
संक्षेप
ये कहानी लकी नेगी (स्नेहा उल्लाल) की है, जो श्री नेगी (रवि बासवानी) की बेटी है। लकी काफी शांत रहती है और अपना ध्यान पढ़ाई में लगाए रखती है। वो अपने माता-पिता और अपनी छोटी बहन के साथ रहती है।
एक दिन जब वो स्कूल जाते रहती है, तब उसके साइकल का टायर पंचर हो जाता है। उसे कोई दिख जाता है और जब वो उससे मदद मांगती है तो वो मदद को तैयार हो जाता है, पर वो इस स्थिति का फायदा उठा कर उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश करता है। लकी वहाँ से भाग निकलती है और एक गाड़ी में छिप जाती है। उस गाड़ी का मालिक आदित्य (सलमान खान) होता है, जिसे पता नहीं होता कि उसके गाड़ी में कोई लड़की है। वो अपने पिता से मिलने चले जाता है। वो एक नाकेबंदी में रुकता है, तभी उसे पता चलता है कि उसके गाड़ी में कोई लड़की छिपी हुई है।
इसी बीच आतंकी हमला हो जाता है, जिस कारण आदित्य और लकी को वहाँ से भागना पड़ता है। वे लोग दूर किसी कब्रिस्तान के पास रुक जाते हैं। उन दोनों के गुम हो जाने के कारण उनके माता-पिता एक सेवानिवृत कर्नल पिंडी दास कपूर (मिथुन चक्रवर्ती) को उनके बच्चों को ढूँढने की ज़िम्मेदारी देते हैं। कर्नल को उन दोनों के रुकने का जगह मिल जाता है, लेकिन उसके आने से पहले ही आदित्य को नेगी को लेकर किसी डॉक्टर की तलाश में जाना पड़ता है, क्योंकि लकी गलती से जहरीला पानी पी लेती है। आदित्य को डॉक्टर मिल जाता है, और लकी का इलाज हो जाता है। दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है।
अंत में वे दोनों कर्नल को मिल जाते है और परिवार के पास आ जाते हैं। इसके बाद वे लोग वापस भारत आने के लिए निकल पड़ते हैं।
मुख्य कलाकार
- सलमान ख़ान — आदित्य शेखरी
- मिथुन चक्रवर्ती — कर्नल पिंडी दास कपूर
- स्नेहा उल्लाल — लकी नेगी
- कादर ख़ान — डॉक्टर
- नवनी परिहार — अंजलि नेगी
- रवि बासवानी — नेगी
- विक्रम गोखले
संगीत
सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत अदनान सामी द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायन | अवधि |
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1. | "सुन जरा सोनिये सुन जरा" | सोनू निगम | 6:06 |
2. | "शायद यही तो प्यार है" | अदनान सामी, लता मंगेशकर | 6:27 |
3. | "जान मेरी जा रही सनम" | उदित नारायण, अनुराधा पौडवाल | 5:44 |
4. | "चोरी चोरी चुपके से आके" | सोनू निगम, अलका याज्ञनिक | 5:24 |
5. | "लकी लिप्स" | आशा भोंसले | 5:13 |
6. | "हम दीवाने यूँ मिले हैं" | सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल | 5:04 |
7. | "लकी लिप्स" (रीमिक्स) | आशा भोंसले | 4:41 |
8. | "सुन जरा" (रीमिक्स) | अदनान सामी | 3:42 |
9. | "चोरी चोरी" (रीमिक्स) | सोनू निगम, अलका याज्ञनिक | 5:16 |
नामांकन और पुरस्कार
प्राप्तकर्ता और नामांकित व्यक्ति | पुरस्कार वितरण समारोह | श्रेणी | परिणाम |
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अदनान सामी | फिल्मफेयर पुरस्कार | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार | नामित |