रोहन बोपन्ना
रोहन बोपन्ना 2013 के फ्रेंच ओपन में | |
निवास | बैंगलोर, भारत |
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जन्म दिन | 4 मार्च 1980 |
ऊँचाई | 1.90 मी॰ (6 फीट 3 इंच) |
पेशेवर बने | 2003 |
कैरियर पुरस्कार राशि | US$ 2,896,162[1] |
एकल | |
कैरियर रिकॉर्ड | 14–33 |
कैरियर खिताब | 0 |
ऊच्चतम वरीयता | स॰ 213 (23 जुलाई 2007) |
ग्रैंड स्लैम परिणाम | |
ऑस्ट्रेलिया ओपेन | Q2 (2006, 2007, 2008) |
फ्रेंच ओपेन | Q1 (2006) |
विम्बलडन | Q2 (2006) |
यूएस ओपन | Q2 (2007) |
युगल | |
कैरियर रिकॉर्ड | 263–188[1] |
कैरियर खिताब | 14 |
ऊच्चतम वरीयता | स॰ 3 (22 जुलाई 2013) |
वर्तमान वरीयता | स॰ 10 (06 मई 2016) |
ग्रैंड स्लैम युगल परिणाम | |
ऑस्ट्रेलिया ओपेन | 3R (2008, 2011, 2012, 2014) |
फ्रेंच ओपेन | QF (2011, 2016) |
विम्बलडन | SF (2013, 2015) |
यूएस ओपन | F (2010) |
अन्य युगल प्रतियोगिताएं | |
चैंपियनशिप | F (2012, 2015) |
Grand Slam Mixed Doubles results | |
ऑस्ट्रेलिया ओपेन | QF (2013, 2014, 2016) |
फ्रेंच ओपन | QF (2014) |
विम्बलडन | QF (2013) |
यूएस ओपन | QF (2014) |
अंतिम अद्यतन: 1 फरवरी 2016. |
रोहन बोपन्ना (जन्म: 4 मार्च 1980) एक भारतीय पेशेवर टेनिस खिलाड़ी हैं। वे सन 2002 से भारत की डेविस कप टीम के एक सदस्य रहे हैं। उन्होंने ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीता और अपने करियर में 5 ATP मास्टर्स 1000 ख़िताब भी हासिल किए हैं। वे दाएं हाथ के टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2012 और 2016 के ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
रोहन बोपन्ना ने अपने जीवन के शुरु में ही मुख्य रूप से टेनिस खेलना शुरू कर दिया था क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि वह एक व्यक्तिगत खेल पर ध्यान केंद्रित करें और 19 साल की उम्र में उन्होंने टेनिस में अपना करियर बनाने का फ़ैसला कर लिया। हालांकि, रोहन बोपन्ना का एकल करियर वास्तव में कभी अच्छा नहीं रहा, लेकिन युगल वर्ग में उनके सितारे चमकते रहे। वर्ष 2007 होपमैन कप में सानिया मिर्ज़ा के साथ एक मिश्रित युगल मुक़ाबले में बेंगलुरू के इस उभरते हुए खिलाड़ी ने पहली बार अपना जलवा दिखाया जहां युगल टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चेक गणराज्य, क्रोएशिया और चीन को अपने समूह में पीछे छोड़ा और स्पेन के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए उप विजेता बने। रोहन बोपन्ना के लिए युगल स्पर्धाओं में अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए ये सफलता पर्याप्त थी और उन्होंने जल्द ही लॉस एंजिल्स में कंट्रीवाइड क्लासिक में अपने साथी एरिक बुटोरैक के साथ पुरुष युगल का ख़िताब जीता। हालांकि, यह सिर्फ उनके प्रभावशाली युगल करियर की शुरुआत थी।
रोहन बोपन्ना ने पहली बार 2007 में पाकिस्तान के ऐसाम-उल-हक कुरैशी के साथ जोड़ी बनाई थी, लेकिन 2010 से उन्होंने शानदार प्रदर्शन करना शुरू किया। इस दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका टेनिस ओपन में पुरुषों का युगल ख़िताब जीता। ये साझेदारी दोनों के लिए करियर को नया आयाम दिया। इस जोड़ी को 'भारत-पाक एक्सप्रेस' के नाम से जाना जाने लगा। रोहन बोपन्ना और ऐसाम-उल-हक कुरैशी ने विंबलडन के क्वार्टर फ़ाइनल और यूएस ओपन के पुरुष युगल फ़ाइनल में पहुंचने के अलावा, एक-दूसरे के साथ 4 चैलेंजर ख़िताब जीते। उन्होंने 2010 में दुनिया की शीर्ष 10 युगल टीमों में भी जगह बनाई।
2011 के शानदार सफर में रोहन बोपन्ना को सर्बिया के ख़िलाफ़ डेविस कप टाई में सोमदेव देववर्मन के साथ भाग लेते हुए देखा गया और ऐसाम-उल-हक कुरैशी के साथ फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फ़ाइनल में भी खेलते हुए देखा गया। इसके बाद रोहित ने 2012 ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए भारत के महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाने का फ़ैसला किया। यद्यपि रोहन बोपन्ना और महेश भूपति लंदन खेलों के दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ सके, लेकिन उन्होंने इसके बाद सिनसिनाटी में एटीपी वर्ल्ड टूर मास्टर्स 1000 में पुरुषों के डबल्स के फ़ाइनल में प्रवेश किया। कुछ महीनों बाद 2012 के पेरिस मास्टर्स कप पर भी कब्ज़ा किया। अब तक भारतीय जोड़ी शानदार प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन महेश भूपति के साथ नहीं बल्कि किसी और जोड़ीदार के साथ। रोहन बोपन्ना ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ युगल रैंकिंग नंबर 3 हासिल कर ली थी। ये उपलब्धि उन्होंने फ्रांस के साथी इडोअर्ड रोजर-वेसलिन के साथ 2013 के विंबलडन के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के बाद हासिल की थी।
रोहन बोपन्ना को करियर में अगली बड़ी उपलब्धि 2016 के ओलंपिक में मिली, जब रियो में पुरुष युगल अभियान के खत्म हो जाने के बाद रोहन बोपन्ना मिश्रित युगल स्पर्धा में सानिया मिर्ज़ा के साथ ओलंपिक पदक जीतने के करीब पहुंच गए थे। ओलंपिक ड्रा के दौरान प्रभावशाली होने के बावजूद, मिश्रित युगल जोड़ी सीधे सेटों में लुसी हेडेक और चेकक स्टेपनिक की चेक गणराज्य जोड़ी से कांस्य पदक के प्लेऑफ मैच में हार गए। हालांकि, एक और उपलब्धि रोहन बोपन्ना के लिए ओलंपिक निराशा को दूर करने का इंतजार कर रही थ।
रोहित ने फ्रेंच ओपन के लिए कनाडा के गैब्रिएला डाब्रोवस्की के साथ जोड़ी बनाई, इससे पहले उन्होंने हमवतन जीवन नेदुंचेज़ियान के साथ चेन्नई ओपन के पुरुष युगल के खिताब के साथ 2017 की शुरुआत की। रोहन बोपन्ना को ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ निर्णय साबित हुआ, जहां इस इंडो-कैनेडियन जोड़ी ने ग्रैंड स्लैम जीता। 2017 का फ्रेंच ओपन रोहन बोपन्ना का पहला ग्रैंड स्लैम खिताब था, जिसने उन्हें चौथा भारतीय खिलाड़ी बनाया। वो 2018 में आस्ट्रेलियाई ओपन मिश्रित युगल स्पर्धा में हंगरी की जोड़ीदार टेमिया बाबोस के साथ एक और ग्रैंड स्लैम जीतने के बेहद करीब आ गए थे लेकिन वो फ़ाइनल में हार गए। रोहन बोपन्ना ने 2018 एशियाई खेलों में भारत के दिविज शरण के साथ पुरुष युगल टेनिस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता।
बोपन्ना ने सानिया मिर्जा के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 में मिश्रित युगल के फ़ाइनल में जगह बनाई और बाद में उसी वर्ष, ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ इंडियन वेल्स युगल प्रतियोगिता जीतकर इतिहास रच दिया।
43 साल की उम्र में, रोहन बोपन्ना ATP मास्टर्स 1000 ख़िताब जीतने वाले इतिहास के सबसे उम्रदराज टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। रोहन बोपन्ना ग्रैंड स्लैम फाइनल में जगह बनाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए, जब भारतीय टेनिस खिलाड़ी और एब्डेन ने यूएस ओपन 2023 पुरुष युगल स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई।
जनवरी २०२४ में, बोपन्ना और उनके साथी मैथ्यू एबडेन को ऑस्ट्रेलिया ओपन के क्वार्टरफाइनल में जीत हासिल की। उन्होंने अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी की जोड़ी के खिलाफ सीधे सेट में जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल जीत के साथ, बोपन्ना 43 साल की उम्र में दुनिया के नंबर 1 मेंस डबल्स खिलाड़ी बन जाएंगे। जब रैंकिंग अपडेट की जाएगी, तो वह टेनिस के इतिहास में रैंक-1 हासिल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी होंगे।[2]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ "Rohan Bopanna". ATP World Tour. मूल से 9 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-06-21.
- ↑ रोहन बोपन्ना ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे