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रोड़ राजवंश

सम्राट धज उर्फ राजा रोड़ ने रोड़ राजवंश की स्थापना की थी | जिसने ४५० ई॰पू॰ सिंध पर अगले एक हज़ार वर्षों तक शासन किया।[1]

रोड़ जाति हैं। जिसका ७०० वर्ष पहले अर्थात् १२वीं शताब्दी अर्थात् पृथ्वी राज चौहान के समय में एक भव्यशाली इतिहास रहा हैं।[2]

रोड जाति का इतिहास बहुत प्राचीन है। कुछ लोगों द्वारा रोडो का जाट और मराठा होने का दावा किया जाता है, परन्तु यह बातें निराधार हैं। रोड समाज का जाट या मराठा समाज से कोई सम्बन्ध नहीँ। रोड एक प्राचीन क्षत्रिय जाति है, तथा भारत के इतिहास में रोड जाति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अधिकांश रोड़ हरियाणा के करनाल जिले के कैमला शहर में रहते हैं। हरियाणा के प्रसिद्ध अभिनेता समर्थ कैमलिया क्षत्रिय रोड़ जाति से आते हैं और खिलाड़ी नीरज चोपड़ा क्षत्रिय रोड जाति से आते हैं। जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत व अपने रोड समाज का नाम पूरे विश्व में विख्यात कर दिया।

उल्लेखनीय लोग

संदर्भ

  1. श्री रामदास (२०००). आर्यवर्त एवं रोड़ वंश का इतिहास. ऑल-राउंड प्रिंटर्स: श्री रामदास. पपृ॰ 102 & 118.
  2. श्री रामदास (२०००). आर्यवर्त एवं रोड़ वंश का इतिहास. ऑल-राउंड प्रिंटर्स: श्री रामदास. पृ॰ 115.