राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,मेघालय
चित्र:National Institute of Technology, Meghalaya logo.png | |
प्रकार | राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम 2007 के तहत |
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स्थापित | 2010 |
निदेशक | डॉ॰बिभूति भूषण बिस्वाल[1] |
स्थान | शिलांग, मेघालय, भारत |
जालस्थल | 2018nitm |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मेघालय की राजधानी शिलांग स्थित भारत का एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। इसका आरम्भ सन २०१० में हुआ था। अस्थाई रूप से संस्थान की कक्षाएं सरदार बल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत में चल रही हैं।[2][3]
यह संस्थान भारत के ३२ एनआईटी संस्थानों में से एक है, जिसे भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय से वित्त पोषण सहायता के साथ राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के रूप में स्थापित किया गया है।
संस्थान मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 2010 में एनआईटी अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था। चेरापूंजी (सोहरा) में एनआईटी मेघालय की आधारशिला अक्टूबर 2012 में आईटी और मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने रखी थी।[4]
रैंकिंग
एनआईटी मेघालय को २०१९ के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) इंजीनियरिंग रैंकिंग में 67 वें स्थान पर रखा गया था।.
परिसर
- 25,000 वर्गमीटर अकादमिक और प्रशासनिक भवन
- 1500 की क्षमता वाले लड़के छात्रावास
- 400 की क्षमता के लिए गर्ल्स हॉस्टल (एस)
- विभिन्न श्रेणियों के 120 निवास
- 100 कमरों का गेस्ट हाउस
- स्वास्थ्य केंद्र
- 1500 क्षमता वाला सभागार
- इंडोर स्टेडियम
उपयोगिताएँ
- पावर सब-स्टेशन
- वर्षा जल संचयन के लिए जलाशय
- पानी की आपूर्ति नेटवर्क
- सड़कें और नालियां
- बुनियादी भूनिर्माण
- प्रथम चरण में अनुमानित व्यय लगभग रु। 300 करोड़
सन्दर्भ
- ↑ "Bibhuti Bhusan Biswal appointed as Director of NIT Meghalaya - PRAGATIVADI:LEADING ODIA DAILY". Pragativadi. 25 April 2017. मूल से 27 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 August 2017.
- ↑ "NIT Meghalaya". मूल से 9 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 August 2015.
- ↑ National Institutes of Technology
- ↑ Alienleaf Studio. "Sibal to lay NIT campus base at Sohra on Oct 12". मूल से 23 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 August 2015.