राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (अंग्रेज़ी: National Talent Search Examination अथवा एनटीएसई) भारत में राष्ट्रीय-स्तर की छात्रवृत्ति योजना है, जिसमें उच्च बौद्धिक एवं शैक्षिक क्षमता वाले छात्रों की पहचान की जाती है।[] इसके लिये केवल वे छात्र ही परीक्षा में बैठ सकते हैं, जो दसवीं कक्षा में पढ़ रहे हों। यह राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा संचालित है।
वर्ष 2012-13 से निम्नलिखित नियम लागू है-
एनटीएसई को कक्षा १० के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाएगा।
छात्रवृत्तियां: संचालित परीक्षा के आधार पर दसवीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होनेवाले छात्रों के प्रत्येक समूह में से १२०० छात्रवृत्तियां दी जायेंगी।
योग्यता: मान्यता प्राप्त स्कूलों की दसवीं कक्षा में पढ़नेवाले छात्र उन राज्यों या संघ शासित प्रदेशों, जहां स्कूल संचालित हैं, द्वारा संचालित जांच परीक्षा में शामिल होने के योग्य हैं। इसमें स्थानीयता का प्रतिबंध नहीं होता है।
एनटीएसई परीक्षा को दो भागों में बांटा गया है: मानसिक योग्यता परीक्षण और स्कोलास्टिक योग्यता परीक्षा। पाठ्यक्रम में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन और सामान्य ज्ञान जैसे विषय शामिल हैं।
कक्षा ९ और १० में विद्यार्थियों को नामांकन के आधार पर राज्य/संघ राज्य - क्षेत्र हेतु कोटे का अनुपातिक परिकलन किया जाएगा।
कक्षा १० से आगे (कक्षा/पाठ्यक्रम के निरपेक्ष) पढ़ रहे सभी विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति की राशि रु. 1250/- प्रतिमाह होगी, अंडरग्रेजुएट्स और पोस्ट-ग्रेजुएट्स के लिए 2000 / - रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति, पीएच.डी. को छोड़कर, जहाँ यह यूजीसी प्रतिमानकों के अनुसार प्रदान की जाती है।
वर्तमान योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति अभ्यर्थियों को विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान में डॉक्टोारल स्त़र तक के पाठ्यक्रम एवं संव्यारवसायिक पाठ्यक्रमों में द्वितीय डिग्री स्तकर तक आयुर्विज्ञान और अभियांत्रिकी की पढ़ाई करने के लिए प्रदान की जाती है बशर्ते कि इस विवरणिका में दी गई शर्तों को पूरा किया जाए।
चयन प्रक्रिया
इस छात्रवृत्ति के लिए दो चरणों में चयन-प्रक्रिया अपनाई जाती है। पहले चरण के तहत राज्य स्तरीय परीक्षा आयोजित की जाती है। राज्य स्तरीय परीक्षा में जो छात्र सफल होते हैं, वही एनसीईआरटी द्वारा आयोजित दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सभी राज्यों और केंद्र-शासित क्षेत्रों के छात्रों की संख्या को लेकर कोटा दिया गया है जिसके तहत उतनी ही संख्या में छात्र दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल होंगे। किन्तु दूसरे चरण की परीक्षा के बाद छात्रवृत्ति के मामले में किसी तरह के कोटे का प्रावधान नहीं है।
परीक्षा योजना
10वीं कक्षा के लिए लिखित परीक्षा का तरीका निम्नलिखित होगा :
पहले चरण की राज्य या संघ शासित प्रदेश में परीक्षा में दो भाग होंगे
- मानसिक योग्यता जांच (मैट) और
- विद्वता योग्यता जांच (सैट), जिसमें सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और गणित विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।
दूसरे चरण की राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में-
- मानसिक योग्यता जांच (मैट),
- विद्वता योग्यता जांच (सैट), जिसमें सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और गणित से प्रश्न पूछे जाते हैं।
- साक्षात्कार- राष्ट्रीय स्तर की लिखित परीक्षा में सफल होनेवाले छात्रों को ही साक्षात्कार में आमंत्रित किया जाता है
भारत मंत्रालय के तरफ