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राव शेखा

महाराव शेखा जी का जन्म गढ़ त्योनदा खेतड़ी मैं अपने नाना लूणकरणजी निर्बाण चौहान के यहां 1433 में हुआ था । शेखा जी भगवान श्रीरामचन्द्र जी के वंशज थे । उनके पिता कुँवर मोकल जी थे । जो आमेर छोड़ कर अमरसर में आके बसे थे । शेखा जी ने 16 वर्ष की आयु में राज गदी पर बैठे गए थे । और वह न्याय प्रिय सर्वधर्म का सम्मान करने वाले थे । उन्होंने अपने जीवन मे अनेक युद्ध लड़े और हर युद्ध मे विजय हुए । उन्होंने एक छत्र राज किया और आज उनके नाम से शेखावाटी भूभाग जाना जाता है । महाराव शेखा जी ने अपना अंतिम युद्ध भी स्त्री सम्मान के लिए लड़ा था। और सच्चे शासक की भांति युद्ध जीतने के बाद अपने प्राण त्याग दिये । उन्ही के वंशजों को शेखावत कहा जाता है । इनकी मृत्यु के बाद शेखावाटी के सिंहासन पर राव रायमालजी बैठे थे जो इनके सबसे छोटे पुत्र थे।