राम रतन भटनागर
डॉ रामरतन भटनागर
जन्म : | जनवरी 14, 1914 |
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निधन : | अप्रेल 13, 1992 |
परिचय
डॉ रामरतन भटनागर का जन्म जनवरी 1914 को उत्तर प्रदेश (भारत) के शहर रामपुर में हुआ। लखनऊ और इलाहबाद में अध्ययन एवं शोध के दौरान निराला, पंत, महादेवी, रामकुमार वर्मा आदि लेखकों के संम्पर्क में आये। 1951 में सागर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में लम्बे समय तक आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी के सानिध्य में कार्य किया।
शिक्षा
मास्टर ओफ़ फिलासफी अंग्रेजी साहित्य (1937) लखनऊ विश्वविद्यालय, मास्टर ओफ़ फिलासफी इलाहबाद विश्वविद्यालय हिन्दी साहित्य (1939), डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इलाहबाद विश्वविद्यालय (1948) "राईज़ एंड ग्रोथ ऑफ हिन्दी जर्नलिस्म" डॉक्टर ऑफ लिट्रेचर सागर विश्वविद्यालय (1972) कार्यक्षेत्र डॉ रामरतन भटनागर का कार्यक्षेत्र लेखन और शिक्षा का रहा। 1951 में श्री हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के हिन्दी विभाग में उन्होंने प्राध्यापक के पद पर शिक्षण कार्य शुरु किया और वहीं से 1976 में प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए।
लेखन के क्षेत्र में उनका परिचय एक स्वतंत्र एवं जागरूप आलोचक और निबन्धकार के रूप में है जो उनकी कृतियों में परिलक्षित होता है। डॉ रामरतन भटनागर का कवि रूप उनके कतिपय काव्य संग्रहों के द्वारा सामने आता है जिसमें एक संवेदनशील कवि की छाप दिखाई देती है।
प्रकाशित रचनाएं
आलोचना एवं निबन्ध
- निबंध प्रबोध (1939-1946 - 5 संस्करण)
- सूर-साहित्य की भूमिका (सह लेखक-वाचस्पति त्रिपाठी) (1941, 1945, 1964)
- तुलसी साहित्य की भूमिका (1946,1958)
- प्रेमचंद एक अध्ययन (1944) प्रेमचंद (1948)
- तुलसीदासः एक अध्ययन (1944) तुलसीदास (1946)
- कवि प्रसाद (1946, 1948, 1953)
- सूरदासः एक अध्ययन (1946, 1948, 1950)
- प्रबंध पूर्णिमा (1946)
- हिन्दी साहित्यः एक अध्ययन (1948)
- कबीरः एक अध्ययन (1946) कबीर (1950)
- विद्यापतिः एक अध्ययन (1947) विद्यापति (1950)
- नंददास : एक अध्ययन (1947) नंददास (1949)
- बिहारी: एक अध्ययन (1947) बिहारी (1950)
- भारतेंदुः एक अध्ययन (1947) भारतेंदु हरिश्चंद्र (1950)
- कवि निरालाः एक अध्ययन (1947) कवि निराला (1950)
- छायावाद (1947, 1950)
- केशवदास एक अध्ययन (1947) केशवदास (1950)
- मलिक मुहम्मद जायसी (1948) जायसी (1950)
- कामायनी (1948)
- रहस्यवाद (1948, 1951)
- हिन्दी कविता (1948)
- हिन्दी गद्य (1948)
- हिन्दी भक्तिकाव्य (1948)
- साहित्य समीक्षा (1948)
- हिन्दी साहित्यः एक अध्ययन (1948) हिन्दी साहित्य (1950)
- हिन्दी सागर (1948)
- मैथिलीशरण गुप्त (1948, 1951)
- महादेवी वर्मा (1950)
- प्रबन्ध परिचय (1950)
- नये निबन्ध (1950)
- साहित्य निबन्ध (1950)
- हिन्दी साहित्य का संक्षिप्त परिचय (1950)
- अपठित गद्य (1950)
- कबीर साहित्य की भूमिका (1950)
- प्रसाद की विचारधारा (1950)
- हिन्दी काव्य परंपरा (1950)
- प्रसाद का कथा साहित्य (1950)
- हिन्दी-भारती (दो भाग) (1951)
- हिन्दी के छः उपन्यास (1951)
- सुमित्रानन्दन पंत (1951)
- प्रसाद के नाटक (1951)
- हिन्दी कविता की पृष्ठभूमि (1951)
- हिन्दी कवि परंम्परा (1952)
- कलाकार प्रेमचंद (1951)
- प्रबन्ध प्रदीप (1951)
- निराला (1952)
- हिन्दी कवि परम्परा (1952)
- प्राचीन हिन्दी काव्य (1952)
- सूर समीक्षा (1952)
- प्रबन्ध प्रभाकर (1953)
- प्रसाद का जीवन और साहित्य (1953)
- प्रसाद साहित्य और समीक्षा (1958)
- अध्ययन और आलोचन (1957)
- जैनेंद्र साहित्य और समीक्षा (1958)
- हिन्दी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास (1962, 1964)
- मूल्य और मूल्यांकन (1962)
- मध्ययुगीन वैष्णव संस्कृति और तुलसीदास (1962)
- सामयिक जीवन और साहित्य (1963)
- माध्यमिक निबन्ध (1964)
- निराला और नवजागरण (1965)
- हिन्दी साहित्य की रूप-रेखा (1970)
- सूरदास नव-मूल्यांकन (1970)
- नव निबंध (1970)
- हिन्दी कविता ‘सिंहावलोकन’ (1971)
- तुलसीः नवमूल्यांकन (1971)
- निराला नवमूल्यांकन (1973)
- साहित्य और सर्जना (1988)
- Rise and Growth of Hindi Journalism (1948)
- Sarojani Naidu-The poet of the Nation (1948)
- Tagore The Poet (1948)
- Premchand (1948)
- उपन्यासकार जैनेन्द्र
उपन्यास
- अम्बपाली (1939, 1945, 1951)
- जय वासुदेव (1959)
- आकाश की कथा (1942)
कविता संग्रह
- ताण्डव (1942)
- निराला (1962)
- प्रकाश जहाँ भी है (1982)
- तुलसीदास (1983)
- वेणुगीत (1984)
- गीतों के अमलतास (1985)
- जागरण (1991)
संकलन
- निबन्ध निलय (1975)
- रूपायन (1975)
- परम्परा (1977)
- निकष (1980)
- अंतरंग (1980)
- कालान्तर (1970)
- सात एकांकी (1970)
- संचयन (1970)
- सप्तरंग (1968)
- उत्तरा (1968)
- रूपरंग (1958)
- गद्यायन (1962)
- नव जातक (1970)
- समवेत
- आधुनिक कहानियाँ (1957, 1959)
अन्य
- लकड़ी पर पॉलिश (सह लेखक-गोरखप्रसाद) (1940)