रामेश्वर ठाकुर
रामेश्वर ठाकुर कर्नाटक, ओड़िशा और आन्ध्र प्रदेश मध्यप्रदेशके पूर्व राज्यपाल थे।
सन् 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भागीदारी एवं संथाल परगना (झारखंड) के राज महाल हिल्स में लगभग छह माह भूमिगत. स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण सेंट्रल जेल कोलकाता (दम दम) में निरूद्ध. 1955-60 में सिटी कॉलेज कलकत्ता विश्वविद्यालय में लेक्चरर एवं 1960-73 में डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर. इंदिरा गांधी अवार्ड फॉर नेशनल इंटीग्रेशन एवं राजीव गांधी सद्भावना अवार्ड के संस्थापक सचिव. गदाधर मिश्रा स्मारक निधि एवं हरि देवी स्मारक निधि न्यास के संस्थापक न्यासी. 1964-70 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया की काउंसिल के सदस्य एवं 1966-67 में इसकी छठी कांउसिल के प्रेसीडेंट. इंडियन फेलोशिप ऑफ फारमर स्काउट्स एंड गाइड्स के प्रेसीडेंट. 1998-2001 एवं नवंबर 2004 से अखिल भारतीय स्काउट्स एंड गाइड्स के प्रेसीडेंट. 1978-82 में भारत सरकार के बैंकिंग कमीशन द्वारा बैंकिंग कास्ट्स पर गठित अध्ययन दल के चेयरमेन. ठाकुर रिसर्च फाउंडेशन नई दिल्ली, राजेन्द्र भवन ट्रस्ट नई दिल्ली एवं 1987-91 में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (नेशनल हेराल्ड ग्रुप ऑफ पेपर्स) के चेयरमेन, आर.बी.आई. की प्रोडक्टिविटी, इफीशिएंसी एंड प्रोफिटेबिलिटी के लिए गठित समिति के पूर्व संयोजक. चार वर्ष तक यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के डायरेक्टर. 1978-1982 में पंजाब नेशनल बैंक के डायरेक्टर, तीन वर्ष तक एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया तथा पंजाब-हरियाणा एवं दिल्ली चेंबर्स ऑफ कॉमर्स के डायरेक्टर. 1986-2004 तक संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट, अमेठी (उ.प्र.) के सचिव. मैनेजमेंट डेवलनमेंट इंस्टीट्यूट गुड़गांव (हरियाणा) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य. 1978-79 में योजना आयोग की ग्रामीण विकास में स्वैच्छिक भागीदारी पर गठित समिति के सदस्य. सैंट्रल डायरेक्ट टैक्सेज़ एडवाइजरी कमेटी के सदस्य. बिहार एवं उत्तरप्रदेश राज्य योजना आयोग के सदस्य. ए.आई.सी.टी.ई. इन कॉमर्स के सदस्य. भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के पीपुल्स एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य. 1984 में जिनेवा में संपन्न इंडियन पार्लियामेंटरी यूनियन कान्फ्रेंस के डिप्टी लीडर. 1964 में ब्रूसेल्स में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ स्काउट्स में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के दलनेता. 1982 में मैक्सिकों में इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ एकाउंटेंट्स के संस्थापक एवं दलनेता. 1984 में कोलंबो में पंद्रहवीं एशिया पैसिफिक गेदरिंग के नेता. 1987 में 17वीं जनरल असेंबली कोवेन्ट्री, लंदन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के नेता. 1999 में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ स्काउट्स एंड गाइड्स फेलोशिप के चेयरमेन. 1984-90 एवं 1990-96 में राज्य सभा के सदस्य. राज्य सभा की विशेषाधिकार एवं लोक लेखा समिति के सदस्य. जून, 1991 से दिसंबर 1994 तक भारत सरकार में वित्त (राजस्व), ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री. 17 नवंबर 2004 से उड़ीसा के राज्यपाल एवं 29 जनवरी 2006 से 21 अगस्त 2007 तक आंध्रप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार. 21 अगस्त, 2007 से 29 जून, 2009 तक कर्नाटक के राज्यपाल अनेक देशों की यात्राऐं. 30 जून, 2009 से 07.09.2011 तक मध्यप्रदेश के राज्यपाल.