रामचन्द्र द्विवेदी
आचार्य रामचन्द्र द्विवेदी (15 जून, 1935-27 सितम्बर, 1993 ) संस्कृत के विद्वान थे। उन्होंने अपनी सारस्वत साधना से विद्या-जगत् में भारतीय संस्कृति के मर्मज्ञ आचार्य की प्रतिष्ठा अर्जित की। उन्होंने अपनी मौलिक दृष्टि, अभिनव उद्भावना तथा अनुसन्धान-व्याख्यान-लेखन की पटु-मधुर-गम्भीर शैली से अपने पाठकों, श्रोताओं, मित्रों और शिष्यों को अपना मुरीद बना लिया था। उनका साहित्यिक योगदान भी बहुआयामी है। विभिन्न शास्त्रों के अधिकारी गुरुजनों की शिक्षा, विविध महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के परिवेश, विविध भाषाओं पर अधिकार तथा विलक्षण प्रतिभा ने उनके अनुसन्धान, भाषण और लेखन में भी वैविध्य व्याप्त कर दिया था।
कृतियाँ
- अलंकारसर्वस्वम् संजीवनी