राजेन्द्र मल लोढ़ा
न्यायमूर्ति राजेन्द्र मल लोढ़ा | |
कार्यकाल 27 अप्रैल 2014 – 27 सितम्बर 2014 | |
द्वारा नियुक्त | प्रणब मुखर्जी भारत के राष्ट्रपति |
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पूर्व अधिकारी | पी सतशिवम |
उत्तराधिकारी | एच एल दत्तु |
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश | |
कार्यकाल 17 दिसम्बर 2008 से 27 अप्रैल 2014 | |
पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश | |
कार्यकाल 13 मई 2008 से 17 दिसम्बर 2008 | |
जन्म | 28 सितम्बर 1949 जोधपुर, राजस्थान |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
विद्या अर्जन | विधि स्नातक जोधपुर विश्वविद्यालय से |
धर्म | हिन्दू धर्म |
राजेन्द्र मल लोढ़ा (जन्म :28 सितंबर 1949[1]) भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्होंने 27 अप्रैल 2014 को उच्चतम न्यायालय के 41 वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया।[2] 17 दिसम्बर 2008 को भारत का उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बने।
परिचय
वह राजस्थान के जोधपुर मूल निवासी हैं। उन के पिता श्री के एम लोढ़ा राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे। उन्होंने विज्ञान स्नातक, विधि स्नातक की शिक्षा जोधपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की।[1]
करियर
एक वकील के रूप में वे फरवरी 1973 बार कौन्सिल ऑफ राजस्थान से जुड़े। 31 जनवरी 1994 को उन्हें राजस्थान उच्च न्यायालय में न्ययाधीश नियुक्त किया गया। 16 फरवरी 1994 को उनका स्थानांतरण मुंबई उच्च न्यायालय में हुआ। तथा 2 फ़रवरी 2007 को वापिस राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में हो गया। 13 मई 2008 को आपकी नियुक्ति पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में हुई तथा 17 दिसम्बर 2008 से भारत का उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश बने।[1] वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 27 अप्रैल 2014 को पदभार सम्भाला।
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अप्रैल 2014.
- ↑ "प्रधान न्यायाधीश के तौर पर न्यायमूर्ति आर.एम लोढ़ा की नियुक्ति". पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार. 11 अप्रैल 2014. मूल से 16 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अप्रैल 2014.
न्यायिक कार्यालय | ||
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पूर्वाधिकारी पी सतशिवम | भारत के मुख्य न्यायाधीश 27 अप्रैल 2014 - 27 सितम्बर 2014 | उत्तराधिकारी एच एल दत्तु |