राजस्थान में जैन धर्म
जैन धर्म |
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जैन धर्म प्रवेशद्वार |
राजस्थान भारत के पश्चिम भाग में स्थित राज्य है, जिसका जैन धर्म के साथ बहुत ऐतिहासिक सम्बन्ध रहा है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान श्वेताम्बर जैन धर्म का केन्द्र बिन्दु रहा है हालांकि दिगम्बर समाज के कुछ केंद्र राजस्थान के दक्षिण विशेषतः झालावाड़ में पाए जाते हैं।राजस्थान जैनों का प्रमुख केंद्र इसलिए भी है क्योंकि सबसे ज्यादा जैन विद्वान् राजस्थान से ही संबंध रखने वाले है।
जनसंख्या
इनकी आबादी वहां ६४०४९३ है जो जैनों कि संख्या १.१५% है।
मुख्य केन्द्र
मुख्य प्राचीन केन्द्र निम्न प्रकार है:
• देलवाड़ा
- सोनीजी की नसियाँ (अजमेर जैन मन्दिर)
- खण्डेला
- भीनमाल
- ओसियां, जोधपुर
- नागौर
- आमेर, जयपुर
- सांगानेर
- ऋषभदेव
- जिरावाला
- रणकपुर
- बिजोलिया
- बाड़मेर
- नारेली जैन मन्दिर
- तिजारा जैन मंदिर
- पिंडवाड़ा
- सिरस तीर्थ
- ओस्तरा
- कापरड़ा
- नाकोड़ा जी
- मीरपुर
चित्र विथी
- रणकपुर जैन मन्दिर
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- डॉ॰ जगदीश चन्द्र जैन, राजस्थान के कस्बों का इतिहास।
- तोड्, जेम्स & क्रूक, विलियम। 1829. Annals & Antiquities of Rajasthan or the Central and Western Rajput States of India. भाग ३. पुनर्छपाई: लॉ प्राइस पब्लिकेशन, दिल्ली 1990 ISBN 81-85395-68-3 (३ भागों में)