राजनांदगाँव
राजनांदगाँव Rajnandgaon | |
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राजनांदगाँव छत्तीसगढ़ में स्थिति | |
निर्देशांक: 21°06′N 81°02′E / 21.10°N 81.03°Eनिर्देशांक: 21°06′N 81°02′E / 21.10°N 81.03°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | छत्तीसगढ़ |
ज़िला | राजनांदगाँव ज़िला |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 70 किमी2 (30 वर्गमील) |
ऊँचाई | 307 मी (1,007 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,63,114 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, छत्तीसगढ़ी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 491441 |
दूरभाष कोड | 07744 |
वाहन पंजीकरण | CG-08 |
लिंगानुपात | 1023 ♂/♀ |
वेबसाइट | www |
राजनांदगाँव (Rajnandgaon) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगाँव ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2]
विवरण
यह दक्षिण-पूर्वी रेलवे के मुंबई-हावड़ा मार्ग पर स्थित है। राष्ट्रीय राजमार्ग 6 राजनादगाँव से होकर गुजरती है। जो एशियन हाईवे में बदल चुका है। यहाँ से निकटतम हवाई अड्डा लगभग 70 किमी दूर माना (रायपुर) में स्थित है। पूर्व में 9 तहसील 9 विकासखंड जिले मे थे। तब यह राज्य का सबसे बड़ा जिला था। वर्तमान में राजनांदगांव जिले से अलग होकर 2 नए जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई तथा मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के बनने से राजनांदगांव जिला पहले से अपेक्षाकृत छोटा हो चुका है। वर्तमान में इस जिले में 7 तहसील 4 विकासखंड हैं।
इतिहास
राजनांदगाँव का पुराना नाम नंदग्राम था। राजनंदगाँव में सोमवंशियों, कलचुरियों और मराठों का शासन रहा। वर्ष 1865 में, अंग्रेजों ने तत्कालीन शासक महंत घासी दास को राजनांदगांव के शासक के रूप में मान्यता दी। उन्हें राजनांदगांव के फ्यूडल चीफ का खिताब दिया गया और उन्हें बाद में समय पर गोद लेने का अधिकार सानद दिया गया।राजनांदगांव के रियासत राज्य का राजधानी शहर था और शासकों का निवास भी था।1948 में, रियासत राज्य और राजधानी शहर राजनांदगांव मध्य भारत के बाद में मध्य प्रदेश के दुर्ग जिले में विलय कर दिया गया था। 1973 में, राजनांदगांव को दुर्ग जिले से बाहर निकाला गया और नया राजनांदगांव जिला बनाया गया था। राजनांदगांव जिले का प्रशासनिक मुख्यालय बन गया। हालांकि, 1998 में, बिलासपुर जिले के एक हिस्से के साथ राजनांदगांव जिले के हिस्से को मध्य प्रदेश में एक नया जिला बनाने के लिए विलय कर दिया गया था। जिला का नाम कबीरधाम जिला रखा गया था। राजनांदगांव के इतिहास ने फिर से 2000 में पाठ्यक्रम बदल दिया। लंबी मांग के बाद, मध्य प्रदेश से एक नया राज्य तैयार किया गया और इसे छत्तीसगढ़ के रूप में नामित किया गया। राजनांदगांव एक महत्वपूर्ण शहर बन गया और एक अलग जिला बना रहा। फिर राजनांदगांव जिले के उपखण्ड खैरागढ़ एवं छुईखदान तथा तहसील खैरागढ़ , गंडई और छुईखदान को मिलाकर नए जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का सृजन हुआ। साथ ही एक अन्य दूसरा जिला बना मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी ।
जिसकी घोषणा 15 अगस्त 2021 को भूपेश बघेल ने की थी ।
जनसांख्यिकी
2011 की भारत जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसँख्या 1,63,122 थी। इनमे से 81,929 पुरुष एवं 81,185 महिलाएँ थीं।
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- राजनंदगांव (IGNCA)
- राजनंदगांव
सन्दर्भ
- ↑ "Inde du Nord - Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Pratiyogita Darpan Archived 2019-07-02 at the वेबैक मशीन," July 2007