राघव सच्चर
राघव सच्चर | |
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पृष्ठभूमि | |
राघव सच्चर (जन्म जुलाई 24, 1981, भारत में) एक भारतीय गायक हैं, इनके पिता आर. के. सच्चर और माता उषा सच्चर हैं। वह तीन बच्चों में सबसे छोटे हैं। उन्होनें चार साल की उम्र से ही अपना पहला वाद्ययंत्र, हारमोनिका, बजाना प्रारंभ कर दिया था। तब से हर साल उनके माता-पिता ने उन्हें एक वाद्ययंत्र ही उपहार में देना प्रारंभ कर दिया. संगीत प्रेमियों के परिवार में जन्मे राघव को संगीत में बहुत कम उम्र से ही दिलचस्पी थी। उन्हें 1994 में दिल्ली में आयोजित पेप्सी कोरनुकोपिया प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ ड्रम वादक का पुरस्कार जीता, इसके अलावा उन्हें बिट्स पिलानी (BITS Pilani) में सर्वश्रेष्ठ की-बोर्ड वादक का पुरस्कार भी मिला. उन्होनें अपने मित्रों के साथ मिलकर एक बैंड कैनज़ोना (Canzona) का गठन किया और उसके पश्चात् वर्ष 2000 में वे मोनाश कंजर्वेटरी ऑफ म्यूजिक (Monash Conservatory of Music) से संगीत की शिक्षा लेने के लिए मेल्बौर्न, ऑस्ट्रेलिया चले गए।
इस समय के दौरान राघव ने दक्षिण पूर्व एशिया में ताइवान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, सिंगापुर और मलेशिया जैसे देशों की यात्रा की. भारत यात्रा के दौरान उन्होंने एकल रूप से संगीत-सभाएं कीं और वीवा और शुभा मुद्गल के साथ भी कार्य किया, इसके अलावा उन्होनें छोटे गीत एवं फिल्मों का श्रव्य-भाग भी रिकॉर्ड किये. उनका यश काफी बढ़ा जब मोनाश में अकादमिक उत्कृष्टता के लिए उन्हें वर्ष 2000 एवं 2001 में गोल्डेन की पुरस्कार एवं अरनेस्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राघव अब 32 से अधिक उपकरणों को बजाते हैं। उनके नए एल्बम के शीर्षक गीत, चार्मिंग लुटेरा को भारत भर में सफलता मिली. उनका नया कार्य, जो वे ज़िंग (ZING) के साथ मिल के कर रहे हैं, ॐ जय जगदीश - रीमिक्स की रचना है, जिसमें उन्होनें 9 वाद्य-यन्त्र बजाये हैं।
एल्बम
एल्बम शीर्षक | भाषा | वर्ष |
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राघव, फॉर द फर्स्ट टाइम | हिंदी | 2003 |
24 कैरेट | हिंदी | 2005 |
प्ले इट लाउड | हिंदी | 2007 |
हो जाने दे | हिंदी | 2009 |
चार्मिंग लुटेरा | हिंदी | 2009 |
ॐ जय जगदीश | हिंदी | २००९ |
वन्दे मातरम | हिंदी | २०१० |
दिल की जुबां | हिंदी | २०११ |
सेट द फायर | हिंदी | २०११ |
गायत्री मंत्र | हिंदी | २०११ |
इश्क़ की सुबह | हिंदी | २०१२ |
खोया खोया | हिंदी | २०१३ |
गुलाबी आँखें | हिंदी | २०१३ |
ये लड़का हाय अल्लाह | हिंदी | २०१४ |
रात अकेली है | हिंदी | २०१४ |
बैंग बैंग | हिंदी | २०१५ |