रसलपुर गाँव, भगवानपुर (बेगूसराय)
रसलपुर | |
— गाँव — | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | बिहार |
ज़िला | बेगूसराय |
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, मगही, मैथिली, भोजपुरी, अंगिका, उर्दु, अंग्रेज़ी |
आधिकारिक जालस्थल: http://begusarai.bih.nic.in |
निर्देशांक: 25°09′N 85°27′E / 25.15°N 85.45°E
रसलपुर भगवानपुर, बेगूसराय, बिहार स्थित एक गाँव है।
== भूगोल ==भौगोलिक दृष्टि से देखा जाय तो ये बहुत अच्छा है पास में बलान नदी की संगम धारा गांव की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है और वहीं पश्चिम की और लहलहाते खेत जहाँ पर रसलपुर की आधी आबादी खेती करके अपना जीवन यापन करते हैं। लगभग 7000 बीघा में फैला हुआ खेत जहां एक बार आदमी चल जाये तो आने का मन नहीं करेगा। बगल में उत्तर में भगवानपुर प्रखंड ही जिससे यहां की जनता को और भी आसानी होती है किसी भी कागजी काम में दक्षिण में बनहारा गांव स्तिथ है जिसे रसलपुर का भाई कहा जाता है। इस गांव बड़े किसान ठाकुर जी(भगवान) है (ठाकुरबारी) है
== जनसांख्यिकी ==जनसंख्या के मामले से यह गांव छोटा है जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा गांव है लगभग 100-150 परिवार यहां बसे हैं लगभग 1500-1700 आदमी यहाँ निवास करते हैं। जिसमे 800 आदमी जबकि 750 औरत हैं बाकी बच्चे। सभी जाति धर्म के लोग यहां मिलकर रहते हैं पूरा समाज परिवार की तरह रहता है गांव के बड़े बुजुर्ग शांतिप्रिया ढंग से इस समाज को चलाते हैं
== यातायात ==यातायात के मामले में दहिया सबसे अच्छा गांव है रसलपुर से होकर बेगूसराय-दलसिंग्सराय पथ गुजरता है जो शहर से डायरेक्ट जोड़ता है। पूरे गांव में ऐसा कोई जगह नहीं है जहां आपको कच्ची सड़क दिखे। यहां से बेगूसराय, दलसिंग्सराय, समस्तीपुर, पटना, वैशाली के लिए बस मिलता है। इस गांव में ज्यादातर सभी व्यक्ति के पास अपनी गाड़ी है गांव में बस की सुविधा और बढ़िया है
== आदर्श स्थल == यहां पर बलान नदी स्तिथ पुरानी घाट बड़ी ठाकुरवारी और शिव मंदिर, दुर्गा मन्दिर शांभवी शक्तिपीठ रसलपुर महेश जिसके संस्थापक आचार्य राम नरेश झा जी है यह मंदिर दिव्य ऊर्जा से भरा हुआ है, देखने लायक जगह है। हर साल दुर्गा पूजा में दुर्गा मंदिर के परिसर में और में यहां मेला लगता है और हज़ारों श्रद्धालुओं का भीड़ लगता है। छठ पूजा में बलान नदी के पास में श्रद्धालुओं की जो भीड़ लगती है वो अति शोभनीय रहता है । यहां वेद पढ़ने वाले विद्यार्थी भी रहते हैं वैदिक पद्मनाभ झा।
== शिक्षा == इस गांव में एक प्राथमिक विद्यालय और एक स्वामी सहजानंद सरस्वती महंत चिंतामणि दास महाविद्यालय रसलपुर महेश है ओरहुल देवी इस गांव की प्रथम महिला शिक्षिका थी आचार्य राम नरेश झा जी जो की साहित्य से एमए किए हैं बहुत ज्ञानी है और वेद के विद्यार्थी आचार्य पद्मनाभ झा है//