याह्या इब्न अली इब्न हम्मुद अल-मुताली
| याह्या इब्न अली इब्न हम्मुद अल-हम्मुद Yahya ibn Ali ibn Hammud al-Mu'tali يحي بن علي بن حمودالمعتلي | |
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| तीसरे ख़लीफ़ा हम्मुद राजवंश आठवें कोर्डोबा के खलीफा | |
| शासनावधि | 1021 से 1023 और 1025 से 1026 | 
| पूर्ववर्ती | अल-कासिम अल-मामुन (1021 ईस्वी) मुहम्मद तृतीय (1025) | 
| उत्तरवर्ती | अल-कासिम अल-मामुन(1023) हिशाम तृतीय (1026) | 
| मलागा के प्रथम टेफा | |
| Reign | 1026 से 1035 | 
| पूर्ववर्ती | नई स्थिति बनाई | 
| उत्तरवर्ती | मलागा की ताइफा | 
| निधन | 1035 | 
याह्या इब्न अली इब्न हम्मुद अल-मुताली; Yahya ibn Ali ibn Hammud al-Mu'tali, कोर्डोबा खलीफा थे इन्होंने दो बार 1021 से 1023 तक और 1025 से 1026 ईस्वी तक शासन किया। वह अल- अन्डालुस (इबेरिया प्रायद्वीप) के हम्मुद वंश से और बर्बर अरब मूल के खलीफा अली इब्न हम्मुद के पुत्र थे।
