याराना (1995 फ़िल्म)
याराना | |
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याराना का पोस्टर | |
निर्देशक | डेविड धवन |
लेखक | रीमा राकेश नाथ |
निर्माता | यूसुफ भट्ट रीमा राकेश नाथ |
अभिनेता | ऋषि कपूर, माधुरी दीक्षित, राजबब्बर, कादर ख़ान |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ | 20 अक्तूबर, 1995 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
याराना डेविड धवन द्वारा निर्देशित 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें ऋषि कपूर, माधुरी दीक्षित, राज बब्बर, कादर खान और शक्ति कपूर मुख्य भूमिकाओं में है। ये जूलिया राबर्ट्स अभिनीत स्लीपिंग विद द एनीमी (1991) की रीमेक है। इसके बाद जारी हुई मनीषा कोइराला अभिनीत अग्नि साक्षी (1996) और जूही चावला अभिनीत दरार (1996) भी इसी पर आधारित थीं।
संक्षेप
कहानी ललिता (माधुरी दीक्षित) पर केन्द्रित है, जो कि एक सुंदर कलाकार है जो जेबी (राजबब्बर) की नजर में आती है। जेबी दुष्ट हिंसक प्रभावशाली व्यक्ति है जो ललिता के पिता को शादी की सहमति देने के लिए अपनी संपत्ति का उपयोग करता है। जब ललिता ने मना कर दिया, जेबी ने उसका अपहरण कर लिया और शादी तक उसे अपने घर में कैद कर दिया। हालाँकि, वह शादी के दिन बेहोश होने का नाटक कर भागने में सफल होती है।
ललिता बाँके (शक्ति कपूर) से टकरा जाती है, जो थिएटर मास्टर है और वो उसके साथ काम करना शुरू कर देती है। बाँके के मित्र राज (ऋषि कपूर) को अपने दादा राय साहेब (कादर खान) को संतुष्ट करने के लिए नकली प्रेमिका की जरूरत है, जो जोर देते हैं कि वह जल्द ही घर बसा ले। बाँके ललिता को राज के घर भेजता है जहां वह सबको बताती है कि उसका नाम शिखा है। समय के साथ, राज और ललिता प्यार में पड़ते हैं।
दुर्भाग्य से, जेबी अभी भी ललिता की तलाश में है। वह नर्सिंग होम में उसकी अंधी चाची को पाता है और जब वह ललिता के ठिकाने को बताने से इंकार कर देती है तो उसे मार देता है। किस्मत से उसे पता लगता है कि ललिता बाँके के साथ काम कर रही है। जेबी ने बाँके को मार दिया और ललिता के पिता के साथ राज के घर पहुँचा। वह राज और उसके दादा से कहता है कि वह ललिता का पति है और वह उससे दूर भाग गई थी। जेबी और उसके पिता ललिता को बाहर खींचते हैं। वापस जेबी के घर पर ललिता ने जेबी को चाकू से भोंक दिया। इस बीच, राज बाँके के मृत शरीर को पाता है और महसूस करता है कि कुछ गड़बड़ है। वह ललिता की हत्या करने से जेबी को रोकने के लिए समय पर जेबी के घर पहुँचता है। आगामी लड़ाई में, जेबी मारा गया।
मुख्य कलाकार
- ऋषि कपूर — राज
- माधुरी दीक्षित — ललिता / शिखा
- राजबब्बर — जेबी
- कादर ख़ान — राय साहेब
- शक्ति कपूर — बाँके
- अनिल धवन — डा. राशिद
- तेज सप्रू — मधि मामा
- सतीश कॉल — इंस्पेक्टर
- दीना पाठक — दुर्गा
- सुलभा देशपांडे — श्रीमती डी'सूज़ा
- सदाशिव अमरापुरकर — मुंगारिलाल
- हिमानी शिवपुरी — चम्पा
संगीत
सभी अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "मेरा पिया घर आया" | माया गोविंद | कविता कृष्णमूर्ति | 6:13 |
2. | "दिल लोये लोये आजा माही" | राहत इन्दौरी | कविता कृष्णमूर्ति | 5:44 |
3. | "जादू जादू जादू चारों तरफ" | रानी मलिक | उदित नारायण, सपना मुखर्जी | 6:20 |
4. | "नूरानी चेहरेवाले दिलवाले" | अनवर सागर | कविता कृष्णमूर्ति | 6:11 |
5. | "रब्बी रे रल्ली" | रानी मलिक | उदित नारायण, कविता कृष्णमूर्ति | 5:28 |
6. | "जाने वो कैसा चोर था" | इन्दीवर | कविता कृष्णमूर्ति | 6:08 |
7. | "मोहब्बत की नज़रें करम" | रानी मलिक | विनोद राठोड़, कविता कृष्णमूर्ति | 6:45 |
नामांकन और पुरस्कार
प्राप्तकर्ता | पुरस्कार वितरण समारोह | श्रेणी | परिणाम |
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कविता कृष्णमूर्ति ("मेरा पिया घर आया") | फिल्मफेयर पुरस्कार | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार | जीत |