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मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी

इमाम अमीर
अल्लामा
"शैख़ उल इस्लाम "

सैयद अबुल आला मौदुदी
"शैख़ उल इस्लाम "
ابو الاعلی مودودی
पाकिस्तान में मौलाना मौदुदी की कब्र

पहले अमीर और इमाम "जमात-ए-इस्लामी" के
"शैख़ उल इस्लाम "
अल्लामा
सय्यद
14वीं सदी के मुजद्दिद
उत्तरा धिकारी मियां तुफैल मोहम्मद

अमीर "जमात-ए-इस्लामी" के
कार्यकाल
26 August 1941 – October 1972
पूर्वा धिकारी स्थिति स्थापित
उत्तरा धिकारी मियां तुफैल मोहम्मद

जन्म 25 सितम्बर 1903
औरंगाबाद, हैदराबाद प्रांत, ब्रिटिश भारत
मृत्यु 22 सितम्बर 1979(1979-09-22) (उम्र 75)
बफ़ेलो, न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क
धर्म इस्लाम

मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी या अबुल आला मौदूदी (जन्म: 25 सितंबर 1903-1979; इंग्लिश: Abul A'la Maududi) मौलाना मौदूदी नाम से अधिक प्रसिद्ध, औपनिवेशिक भारतीय एवं पाकिस्तानी विद्वान, मुस्लिम दार्शनिक, क़ुरआन के अनुवादक' एवं टीकाकार। ‘जमात ए इस्लामी पाकिस्तान' के संस्थापक।

वह जमात-ए-इस्लामी के संस्थापक थे, जो उस समय एशिया का सबसे बड़ा इस्लामी संगठन था।[1][2][3] भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय, मौदूदी और जमात-ए-इस्लामी ने सक्रिय रूप से भारत के विभाजन का विरोध करने के लिए काम किया। इसके होने के बाद, मौदूदी और उनके अनुयायियों ने अपना ध्यान इस्लाम के राजनीतिकरण पर केंद्रित कर दिया और पाकिस्तान को एक इस्लामिक राज्य बनाने के लिए समर्थन पैदा किया।[4] ऐसा माना जाता है कि उन्होंने जनरल मुहम्मद जिया-उल-हक को पाकिस्तान में "शेयराइजेशन" शुरू करने के लिए प्रेरित करने में मदद की थी,[5] और न्यायपालिका और सिविल सेवा में हजारों सदस्यों और सहानुभूति रखने वालों को नौकरी देने के बाद उनके द्वारा बहुत मजबूत किया गया था। उनके प्रशासन के दौरान।[6] वह 1979 में इस्लाम के लिए अपनी सेवा के लिए सऊदी अरब के राजा फैसल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे।

परिचय

औपनिवेशिक भारत के औरंगाबाद, हैदराबाद में जन्म लिया, उनके पिता मध्यवर्गीय थे, मौदूद चिश्ती (Maudood Chishti) के वंशज थे, उनका अंतिम नाम "मौदूदी", चिश्ती सिलसिल्लाह के पहले सदस्य, ख्वाजा सैयद कुतुब उल-दीन मौदूद चिश्ती से लिया गया था।
मुुुहम्मद इक़बाल की सलाह पर लाहौर,पाकिस्तान में रहने लगे। विल्फ्रेड केंटवेल स्मिथ द्वारा "आधुनिक इस्लाम के सबसे व्यवस्थित विचारक" के रूप में वर्णित।[7]
1941 में उन्होंने ‘जमात ए इस्लामी पाकिस्तान' की स्थापना की जिसके वे 1972 तक अमीर (अध्यक्ष) रहे, जो कि वर्तमान युग का बडा इस्लामी संगठन है। भारत में अलग 'जमात इस्लामी हिन्द'[8]बना।
1942 से 1967 तक की अवधि में उन्हें चार बार जेल जाना पड़ा, जहाँ पाकिस्तान की अनेक जेलों में पाँच वर्ष का समय व्यतीत हुआ।
1953 में तो उनकी पुस्तक "कादियानी मसला' को आधार बना कर फ़ौजी अदालत ने उन्हें फाँसी की सज़ा सुनाई जो बाद में आजीवन कारावास में बदल दी गयी।

पुस्तकें 

मौलाना मौदूदी ने 100 से भी अधिक पुस्तकें लिखीं। उन की पुस्तकों का देश-विदेश की 40 भाषाओं [9]में रूपांतरण हो चुका है। मौलाना 

मुहम्मद अली जौहर की इच्छा कि जिहाद के विषय पर ऐसी पुस्तक लिख दें जिसमें इस्लामी दृष्टिकोण से जिहाद का विवरण हो इस पर मौदूदी ने "अल जिहाद फिल इस्लाम"[10]नामक पुस्तक लगभग ६०० पृष्ठ में उर्दू में लिखी, बिर्टिश लेखिका हुदा ख़त्ताब के सहयोग[11] से वो इंग्लिश में भी प्रकाशित हुई।[12] मराठी में १४४ पृष्ठ और हिंदी में केवल एक अध्याय 'इस्लामी जिहाद की हक़ीकत' के अनुवाद करके 'इस्लामी जिहाद की वास्तविकता'[13]नाम से केवल ३२ पृष्ठ की छपी है। उस समय सैयद अबुल आला मौदूदी केवल 24 वर्ष के थे। बिर्टिश लेखिका हुदा ख़त्ताब के सहयोग[14] से वो इंग्लिश में भी प्रकाशित हुई।

अल्लामा इकबाल ने इस पुस्तक के बारे में कहा था:[15] "यह जिहाद की इस्लामी विचारधारा और उसके शांति और युद्ध के कानून पर एक उत्कृष्ट काम है और मैं हर जानकार व्यक्ति को इसका अध्ययन करने की सलाह देता हूं।मौलाना मौदूदी की पुस्तक 'इस्लाम धर्म'[16]भी बहुत चर्चित पुस्तकों में है।

पुरस्कार और सम्मान

सऊदी अरब में, किंग फैसल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 1979 में इस्लाम के लिए, उनकी सेवा के लिए मिला। मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी इतिहास में दूसरे व्यक्ति थे जिनकी गायबाना नमाज़-ए-जनाज़ा काबा में पढ़ी गई थी, जिसमें बादशाह अश्म इब्न-अबजर भी थे ।

अंतिम समय

मौलाना अबुल अला मौदूदी की क़ब्र

अप्रैल 1979 में, किडनी की बीमारी के साथ उन्हें दिल की समस्याएं भी थीं। इलाज के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका गए और न्यूयॉर्क के बफ़ेलो में भर्ती हुए , जहाँ उनके दूसरे बेटे ने एक चिकित्सक के रूप में काम किया था। कुछ शल्यक्रिया के बाद, 75 वर्ष की आयु में 22 सितंबर 1979 को मृत्यु हो गई, बाद में आपने आवास पर एक अचिह्नित कब्र अर्थात कच्ची कब्र में दफनाया गया था।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Haqqani, Husain (2016). Pakistan between mosque and military. India: Penguin Group. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-670-08856-0.
  2. Martín, Richard C. (2004). Encyclopedia of Islam & the Muslim World. Granite Hill. पृ॰ 371. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-02-865603-8.
  3. Jackson 2010
  4. Adams, Maududi and the Islamic State 1983, पृष्ठ 99
  5. Devichand, Mukul (10 November 2005). "How Islam got political: Founding fathers". BBC News. मूल से 27 December 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 November 2014. Maududi made plenty of enemies in his lifetime – but his most significant domestic impact came after his death. Pakistan's military ruler General Zia Ul-Haq put some of Maududi's ideas into practice in 1979, turning Islamic sharia-based criminal punishments into law.
  6. Jones, Owen Bennett (2003). Pakistan: Eye of the Storm. New Haven: Yale University Press. पपृ॰ 16–17. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-300-10147-8. ... Zia rewarded the only political party to offer him consistent support, Jamaat-e-Islami. Tens of thousands of Jamaat activists and sympathisers were given jobs in the judiciary, the civil service and other state institutions. These appointments meant Zia's Islamic agenda lived on long after he died.
  7. Zebiri, Kate. Review of Maududi and the making of Islamic fundamentalism. Bulletin of the School of Oriental and African Studies, University of London, Vol. 61, No. 1.(1998), pp. 167–168.
  8. "जमात-ए-इस्लामी हिंद बड़ी मुश्किल में हैं कि किधर जाएं]". मूल से 20 अप्रैल 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020. Cite journal requires |journal= (मदद)
  9. मौैलाना, अबुल आला मौदूदी (2008). सत्य धर्म (प्रथम संस्करण). दिल्ली: जमात ए इस्लामी हिन्द. पृ॰ लेखक-परिचय. मूल से 1 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.
  10. "(الجہاد فی الاسلام (مودودی". मूल से 11 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020. Cite journal requires |journal= (मदद)
  11. Professor Khurshid, Huda Khattab (2008). Maulana Maududi on Jihad in Islam (प्रथम संस्करण). दिल्ली: जमात ए इस्लामी हिन्द. पृ॰ ?. मूल से 18 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.
  12. Maududi, Sayyid Abul A'la Al Jihad Fil Islam By Syed Abul Aala Maududi (English में).सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  13. Abul Aala maudidi. इस्लामी जिहाद की वास्तविकता.
  14. Professor Khurshid, Huda Khattab (2008). Maulana Maududi on Jihad in Islam (प्रथम संस्करण). दिल्ली: जमात ए इस्लामी हिन्द. पृ॰ ?. मूल से 18 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.
  15. Jamal Malik, "Maudūdī’s al-Jihād fi’l-Islām. A Neglected Document" in Zeitschrift für Religionswissenschaft, volume 17, issue 1 (2009), p. 63
  16. मौलाना सैयद, अबुल आला मौदूदी. "इस्लाम धर्म". मूल से 11 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020. Cite journal requires |journal= (मदद)

बाहरी कड़ियाँ