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मोनोलिथिक कर्नेल

मोनोलिथिक कर्नेल, माइक्रोकर्नेल और हाइब्रिड कर्नेल पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टमों की संरचना

मोनोलिथिक कर्नेल (अंग्रेजी में: Monolithic kernel) एक ऑपरेटिंग सिस्टम स्थापत्य (आर्किटेक्चर या architecture) है जहां संपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम कर्नेल स्पेस (kernel space) में काम कर रहा होता है। मोनोलिथिक मॉडल अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम स्थापत्य (आर्किटेक्चर या architecture) (जैसे कि माइक्रोकर्नेल आर्किटेक्चर)[1][2] से अलग है, जिसमें यह अकेले कंप्यूटर हार्डवेयर पर एक उच्च-स्तरीय वर्चुअल इंटरफ़ेस (virtual interface) को परिभाषित (निर्धारित) करता है। आदिम (primitives) या सिस्टम कॉल (system calls) का एक समूह (set) सभी ऑपरेटिंग सिस्टम सेवाओं जैसे कि प्रक्रिया (process) प्रबंधन, संगामिति (concurrency), और मेमोरी प्रबंधन (memory management) को लागू करता है। डिवाइस ड्राइवर को कर्नेल में मॉड्यूल (इकाई) के रूप में जोड़ा जा सकता है।

लोड करने योग्य मॉड्यूल (Loadable modules)

मोनोलिथिक आर्किटेक्चर के उदाहरण (Monolithic architecture examples)

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "Modular system programming in Minix3" (PDF). मूल से 7 अगस्त 2007 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 1 फ़रवरी 2020.
  2. "Server-Client, or layered structure" (PDF). The Design of PARAS Microkernel. मूल (PDF) से 17 जुलाई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 July 2009.