मोती लाल साक़ी
| मोती लाल साक़ी | |
|---|---|
| जन्म | 1936 | 
| मौत | 21 मई 1999  | 
| नागरिकता | भारत, ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य  | 
| पेशा | भाषाविद, कवि, लेखक  | 
| प्रसिद्धि का कारण | मानसर  | 
| पुरस्कार | साहित्य अकादमी पुरस्कार[1]  | 
मोती लाल साक़ी (१९३६-२१ मई १९९९) भारतीय कवि, लेखक, लोकगीतकार और शोधार्थी थे।[2] इनके द्वारा रचित एक कविता–संग्रह मानसर के लिये उन्हें सन् १९८१ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (कश्मीरी) से सम्मानित किया गया।[3]
सन्दर्भ
- ↑  http://sahitya-akademi.gov.in/awards/akademi%20samman_suchi.jsp#KASHMIRI. अभिगमन तिथि 28 फ़रवरी 2019. गायब अथवा खाली |title=(मदद)
- ↑ एस एस तोशखानी (२००९). Cultural Heritage of Kashmiri Pandits [कश्मीरी पण्डितों की सांस्कृतिक विरासत] (अंग्रेज़ी में). नेहा पब्लिकेशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788182743984.
- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १ सितंबर २०१७.