मुकेश पोपली
भारतीय स्टेट बैंक से राजभाषा अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्ति पश्चात स्वतंत्र लेखन।
साहित्य और संगीत में रुचि
'कहीं जरा सा...' और 'हमसफ़र' नाम से दो पुस्तकें प्रकाशित
आकाशवाणी बीकानेर से अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुति एवं रचनाओं का प्रसारण
विभिन्न समाचारपत्रों एवं पत्रिकाओं में कहानियां, कविताएं, व्यंग्य, ग़ज़ल, बाल रचनाएं एवं अन्य साहित्य प्रकाशित