माला सिन्हा
माला सिन्हा | |
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पेशा | अभिनेत्री |
बच्चे | प्रतिभा सिन्हा |
माला सिन्हा (जन्म: 11 नवंबर 1936) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। वे नेपाली-भारतीय हैं तथा उन्होने हिन्दी के अलावा बंगला और नेपाली फिल्मों में भी काम किया है। वे अपनी प्रतिभा और सुन्दरता दोनों के लिये जानी जाती हैं। वे 1950 के दशक से आरम्भ करके 1970 के दशक तक हिन्दी फिल्मों की प्रमुख अभिनेत्री थीं। उन्होंने सौ से अधिक फिल्मों में कार्य किया है जिनमें से प्रमुख हैं- प्यासा (1957), धूल का फूल (1959), अनपढ़, दिल तेरा दीवाना (दोनों 1962 में), गुमराह, बहुरानी, गहरा दाग़ (तीनों 1963 में), हिमालय की गोद में (1965), आदि। उन्हें लगातार धर्मेन्द्र, राज कुमार, राजेन्द्र कुमार, बिस्वजीत, किशोर कुमार, मनोज कुमार और राजेश खन्ना के साथ फिल्मों में लिया गया।
व्यक्तिगत जीवन
माला सिन्हा का जन्म नेपाली मूल के परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम अल्बर्ट सिन्हा था और वह नेपाली ईसाई थे। बाद में, वयस्क अभिनेता के रूप में, उन्होंने अपना नाम बदल कर माला सिन्हा रख लिया।[1] माला सिन्हा ने 1966 में नेपाली अभिनेता चिदंबर प्रसाद लोहानी से शादी की। लोहानी का व्यवसाय था। अपनी शादी के बाद, वह फिल्मों के फिल्मांकन के लिए मुम्बई आती रहती थीं और उनके पति नेपाल में रहकर अपना व्यवसाय चलाते थे। शादी से उनकी एक बेटी है: प्रतिभा सिन्हा, जो बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री हैं।[2]
करियर
1957 में, बॉलीवुड अभिनेता और निर्देशक गुरु दत्त ने अपनी फिल्म प्यासा (1957) में माला सिन्हा को लिया। इसके लिये पहले वह मधुबाला को लेना चाहते थे। प्यासा के बाद, उनकी प्रमुख सफलताओं में फिर सुबह होगी (1958) और यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी पहली फ़िल्म धूल का फूल, (1959) थी जिसने उन्हें एक लोकप्रिय सितारे में बदल दिया। वह 1958 से शुरुआती 60 के दशक में परवरिश (1958), उजाला, मैं नशे में हूँ, दुनिया ना माने, लव मैरिज (1959), बेवक़ूफ़ (1960), माया (1961), हरियाली और रास्ता, दिल तेरा दीवाना (1962), अनपढ़ और बम्बई का चोर (1962) और जैसी कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहीं[3]।
अपनी सफल 1960 और 1970 के दशक की भूमिकाओं में, उन्हें राज कपूर, देव आनंद, किशोर कुमार और प्रदीप कुमार जैसे बड़ी उम्र के कलाकार और 1950 के दशक के उत्तरार्ध से उभरते हुए सितारे जैसे शम्मी कपूर, राजेन्द्र कुमार और राज कुमार के साथ लिया गया। उन्होंने अपने दौर के कई नए कलाकारों के साथ काम किया जिनमें मनोज कुमार, धर्मेन्द्र, राजेश खन्ना, सुनील दत्त, संजय ख़ान, जीतेन्द्र और अमिताभ बच्चन शामिल हैं।
प्रमुख फिल्में
वर्ष | फ़िल्म | चरित्र | टिप्पणी |
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1994 | ज़िद | दादी माँ | |
1992 | राधा का संगम | ||
1992 | खेल | सुलक्षणा देवी | |
1987 | दिल तुझको दिया | सावित्री ए साहनी | |
1985 | बाबू | ||
1981 | हरजाई | ||
1980 | बेरहम | ||
1980 | धन दौलत | ||
1978 | कर्मयोगी | दुर्गा | |
1977 | प्रायश्चित | ||
1976 | ज़िन्दगी | सरोजिनी रघु शुक्ला | |
1976 | दो लड़कियाँ | ||
1975 | सुनहरा संसार | लक्ष्मी | |
1974 | अर्चना | ||
1974 | कोरा बदन | ||
1974 | ३६ घंटे | दीपा राय | |
1972 | रिवाज़ | ||
1971 | मर्यादा | ||
1971 | संजोग | आशा देवी | |
1971 | प्यार की कहानी | ||
1971 | चाहत | ||
1971 | कंगन | शान्ता | |
1970 | गीत | कमला | |
1969 | पैसा या प्यार | ||
1969 | प्यार का सपना | ||
1969 | दो भाई | ||
1968 | मेरे हुज़ूर | ||
1968 | दो कलियाँ | किरन | |
1968 | आँखें | मीनाक्षी मेहता | |
1967 | नई रोशनी | रेखा कुमार | |
1965 | बहू बेटी | शान्ता | |
1965 | हिमालय की गोद में | फुलवा | |
1964 | अपने हुए पराये | रेखा | |
1964 | पूजा के फूल | ||
1964 | जहाँ आरा | ||
1964 | सुहागन | शारदा दुबे | |
1963 | गुमराह | मीना | |
1962 | दिल तेरा दीवाना | मीना | |
1962 | हरियाली और रास्ता | ||
1961 | धर्मपुत्र | ||
1961 | सुहाग सिन्दूर | ||
1961 | माया | ||
1959 | धूल का फूल | मीना खोसला | |
1959 | लव मैरिज | गीता | |
1959 | मैं नशे में हूँ | शान्ता | |
1958 | परवरिश | आशा सिंह | |
1958 | फिर सुबह होगी | सोहनी | |
1957 | प्यासा | मीना | |
1957 | फैशन | ||
1957 | नया ज़माना | ||
1956 | एक शोला | ||
1956 | पैसा ही पैसा | माला |
सन्दर्भ
- ↑ "Archived copy". मूल से 4 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 फ़रवरी 2014.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ "rediff.com, Movies: Profiling Mala Sinha". Rediff.com. मूल से 13 दिसंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 February 2014.
- ↑ "Trip down the memory lane with Mala Sinha". Screen. Bollywood Hungama. 13 March 2001. मूल से 31 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 August 2011.