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मालगुडी की कहानियाँ

मालगुडी की कहानियाँ  
लेखकआर के नारायण
मूल शीर्षकमालगुडी डेज़
अनुवादक महेन्द्र कुलश्रेष्ठ
देश भारत
भाषा अंग्रेजी, अनूदित हिन्दी
प्रकार कहानी संग्रह
प्रकाशक इंडियन rathore(मूल); हिन्दी अनुवाद- राजपाल एण्ड सन्ज़, दिल्ली
प्रकाशन तिथि 2008
अंग्रेजी में
प्रकाशित हुई
1942
मीडिया प्रकार मुद्रित
पृष्ठ हिन्दी अनुवाद में-248.
आई॰एस॰बी॰एन॰ 81-85986-17-7 (मूल); 9788170287278 (हिन्दी अनुवाद)
पूर्ववर्तीद डार्क रूम
उत्तरवर्तीद इंग्लिश टीचर

मालगुडी की कहानियाँ (अंग्रेज़ी: Malgudi Days) अंग्रेजी साहित्य के भारतीय लेखक आर के नारायण द्वारा लिखित एक कहानी संग्रह है। इस कहानी संग्रह को देश एवं विदेशों में अत्यधिक प्रसिद्धि मिल चुकी है। इन कहानियों पर आधारित एक धारावाहिक मालगुडी डेज़ का प्रदर्शन भी दूरदर्शन पर हो चुका है।

लेखक ने इस संग्रह की कहानियों की रचना एक काल्पनिक शहर मालगुडी को आधार बनाकर की हैं। मालगुडी को प्रायः दक्षिण भारत का एक काल्पनिक कस्बा माना जाता है; परंतु स्वयं लेखक के कथनानुसार "अगर मैं कहूँ कि मालगुडी दक्षिण भारत में एक कस्बा है तो यह भी अधूरी सच्चाई होगी, क्योंकि मालगुडी के लक्षण दुनिया में हर जगह मिल जाएँगे।"[1]

स्वरूप

इस कहानी संग्रह में कुल 32 कहानियाँ संकलित हैं, जिनके नाम इस प्रकार हैं :-

  1. ज्योतिषी का एक दिन
  2. एक रुकी हुई चिट्ठी
  3. डॉक्टर के शब्द
  4. गेटकीपर का इनाम
  5. अंधा कुत्ता
  6. सद्भाव
  7. बाघ का पंजा
  8. कितनी पूर्णता
  9. पिता की सहायता
  10. सर्पगान
  11. इंजन की समस्या
  12. पैंतालीस रुपये महीने
  13. धंधे के बिना
  14. एटिला
  15. कुल्हाड़ी
  16. लॉली रोड
  17. हरे कोट के पीछे
  18. शहीद का कोना
  19. बीवी छुट्टी पर
  20. साया
  21. इच्छा से गुलाम
  22. लीला का दोस्त
  23. माँ और बेटा
  24. नाग
  25. सेल्वी
  26. दूसरी राय
  27. बिल्ली भीतर
  28. धार
  29. भगवान और मोची
  30. भूखा बच्चा
  31. एमडेन

सन्दर्भ

  1. मालगुडी की कहानियाँ, आर० के० नारायण, राजपाल एंड सन्ज़, दिल्ली, दशम संस्करण-2016, पृष्ठ-6.