मार्बल पैलेस, कोलकाता
| मार्बल पैलेस | |
|---|---|
|  मार्बल पैलेस का मुहार | |
| सामान्य विवरण | |
| वास्तुकला शैली | नवशास्त्रीय | 
| स्थान | कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत | 
| निर्माण सम्पन्न | ई. 1835 (खुला) | 
| स्वामित्व | राजा राजेंद्र मल्लिक के वंशज | 
निर्देशांक: 22°34′57″N 88°21′37″E / 22.582378°N 88.360143°E
मार्बल पैलेस, उत्तरी कोलकाता में स्थित उन्नीसवीं सदी की एक हवेली है। यह 47, मुक्ताराम बाबू स्ट्रीट, कोलकाता 600006 पर स्थित है। यह उन्नीसवीं सदी के कलकत्ता में सबसे अच्छे संरक्षित और सुरुचिपूर्ण घरों में से एक है। यह हवेली अपनी संगमरमर की दीवारों, फर्शों और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, जिसके कारण इसका नाम मार्बल पैलेस पड़ा है।
इतिहास
इस भवन का निर्माण 1835 में एक धनी बंगाली व्यापारी राजेंद्र मल्लिक ने करवाया था। वह कलात्मक पैटर्न एकत्र करता था। घर का उपयोग उनके वंशजों के निवास के रूप में किया जाता है और वर्तमान रहने वाले राजा राजेंद्र मल्लिक बहादुर के परिवार हैं। राजा राजेंद्र मल्लिक नीलमोनी मल्लिक के दत्तक पुत्र थे, जिन्होंने एक जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया, जो संगमरमर के महल को दर्शाता था, और यह अभी भी परिसर में स्थित है, लेकिन यह केवल परिवार के सदस्यों के लिए ही सुलभ है।





