माटासन
माटासन भारत के राजस्थान राज्य के सिरोही जिले की रेवदर तहसील में 744 हेक्टेयर का एक छोटा सा गाँव है। [1] गाँव का प्रशासन एक सरपंच द्वारा किया जाता है जो स्थानीय चुनावों द्वारा गाँव का प्रतिनिधि चुना जाता है। माटासन सभी प्रमुख आर्थिक गतिविधियों के लिए निकटतम शहर आबू रोड पर निर्भर है। [2] गांव में सरकार द्वारा प्रदत्त पानी की सुविधाएं हैं जिनमें दो नल, एक कुएं की आपूर्ति, जो कुल आपूर्ति का 400.85% है, दो टैंक, एक ट्यूबवेल और एक हैंडपंप शामिल हैं। ग्रामीण कुछ प्राकृतिक जल स्रोतों - एक नदी, दो नहरों और दो झरनों - से भी पानी प्राप्त करते हैं। माटासन भी दो झीलों से घिरा हुआ है। गांव की आबादी गर्मी के दिनों में पेयजल के लिए हैंडपंप पर निर्भर रहती है। माटासन का पिन कोड 307513[3] है, और गांव का कोड 02380600 है। मातासन का क्षेत्र 501.06 हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र, 172.38 हेक्टेयर असिंचित, 24.98 हेक्टेयर कृषि योग्य अपशिष्ट (गौचर और पेड़ों सहित) और शेष 46.04 हेक्टेयर क्षेत्र के रूप में विभाजित किया गया है। खेती के लिए उपलब्ध नहीं है.
इतिहास
श्री पत्ताजी कलहट सिरोही राज दरबार में राजकवि , योद्धा और सलाहकार थे। वे चारण कुल के कलहट (रोहड़िया बारहठ) की शाखा में जन्मे थे । वे राजा रायसिंह जी (सिरोही) के समय में उनके सलाहकार और राजकावि थे। उनके इस योगदान के लिए उनका करोड़ पसव के साथ माटासन गांव की जागीर मिली। जिनके वह जागीरदार और ठाकुर थे। आज भी गांव के ठाकुर और जागीरदार (कलहट) चारण हैं। [4] [5] जिसका उल्लेख ताम्रपत्र पर हैं।[6]
सन्दर्भ
- ↑ https://www.mapsofindia.com/pincode/307513/
- ↑ https://indiamapia.com/307513.html
- ↑ https://www.prokerala.com/pincode/307513.html
- ↑ https://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.309550/page/n156/mode/1up?q=%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%A3 कलहट शाखा के चारण पत्ताको करोडपसाव दिया । साथ में माटासण गाव गुजरात के मार्गके समीप आया हुआ है। बड़गांव के पास।
- ↑ https://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.345960/page/n183/mode/1up?q=%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%A3 । पता कलहठनूं कोड दी'। तिण माहे माटासण गुजरातरे पेडे नजीक छे”। बड़गांव कने” । तिण अरहट ५० अरट हुवे छे।
- ↑ https://www.charans.org/villages/?DistrictID=29सिरोही दरबार राजा रायसिंघजी द्वारा पत्ताजी कलहट को करोड़ पसाव के साथ साँसण मे दिया गया यह गाँव सिरोही की सबसे बड़ी जागीरों में से एक है। इसकी जानकारी मुहणोत नैणसी की पुस्तक सिरोही राज्य का इतिहास में भी दी गयी है।