माइसीनियाई यूनानी
माइसीनियाई यूनानी (यूनानी: Μυκηναϊκή διάλεκτος, मुकिनाइकी दिआलेक्तोस) यूनानी भाषा का सब से प्राचीन ज्ञात रूप है। यह यूनान के मुख्य प्रायद्वीप, क्रीत के द्वीप और साइप्रस पर १६वीं से १२वीं सदी ईसापूर्व में बोली जाती थी। बहुत से इतिहासकारों का मानना है कि इस काल के बाद यूनानी सभ्यता के दक्षिणी क्षेत्र में डोरियाई आक्रमण हुआ जिस से उत्तरी यूनान कि उपभाषाओं ने दक्षिणी यूनानी उपभाषाओं का अंत कर दिया। इस भाषा का नाम यूनान की राजधानी एथंस से ९० किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित माइसीने (Μυκῆναι, Mycenae) पुरातत्व स्थल पर रखा गया है।
लिपि और ध्वनियाँ
माइसीनियाई भाषा रेखीय बी नामक लिपि में लिखी जाती थी जिसमें लगभग २०० चिह्न थे। यह लिपि रेखीय ए नामक लिपि की संतान थी जो क्रीत के द्वीप पर बोली जाने वाली मिनोआई भाषाओँ के लिए विकसित की गई थी। अधिकतर इतिहासकार और भाषावैज्ञानिक मानते हैं कि यह मिनोआई भाषाएँ यूनानी से कोई पारिवारिक सम्बन्ध नहीं रखती थीं, इसलिए यह संभावना है कि रेखीय बी के चिह्न पूरी तरह से माइसीनियाई भाषा की ध्वनियों को प्रदर्शित नहीं करते। फिर भी अध्ययन के आधार पर यह मानना है की माइसीनियाई में उसकी हिन्द-यूरोपीय जड़ों की कुछ चीजें सुरक्षित थीं जो आगे चलकर यूनानी से लुप्त हो गई।[1]
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- "सन्दर्भ-सूची: रेखीय बी के अभिलेख और माइसीनियाई सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक व्यवस्था", जॅरॅमी बी॰ टटर (अंग्रेज़ी में)
- माइसीनियाईयों की लिखाई (अंग्रेज़ी में) (काफ़कनिया पत्थर के चित्र के साथ)
सन्दर्भ
- ↑ Anna Morpurgo Davies, Yves Duhoux. "Linear B: a 1984 survey: Proceedings of the Mycenaean Colloquium of the VIIIth Congress of the International Federation of the Societies of Classical Studies". Peeters Publishers, 1985. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9782870772898.